Health Tips: आजकल लोग फोन खरीदते हैं तो उसका फ्रंट कैमरा ज्यादा दमदार चाहते हैं. ऐसा इस कारण है क्योंकि उन्हें बार-बार सेल्फी लेने का क्रेज होता है. वे अपने हर मूवमेंट को सेल्फी में कैद करने की कोशिश करते हैं. धीरे-धीरे यह आदत एक गंभीर मानसिक बीमारी में तब्दील हो जाती है. अधिकतर यह क्रेज महिलाओं में अधिक देखा गया है. वे अपनी लाइफ के हर मूवमेंट को सेल्फी लेकर फोन में कैद करती हैं.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि बार-बार सेल्फी लेनी की ये आदत आपको गंभीर मानसिक रोग का रोगी बना सकती है. इस रोग का नाम 'Selfitis'है. डॉक्टर्स के अनुसार यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिसमें पेशेंट को हर समय बार-बार सेल्फी लेने का मन करता है. इसके साथ ही इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की भी इच्छा होती है. एक अध्ययन के मुताबिक अगर कोई रोज तीन से ज्यादा सेल्फी लेता है और इसके बाद भी उसका मन नहीं भरता है तो वह इस बीमारी की चपेट में आ सकता है.
लंदन की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और तमिलनाडु की त्यागराजार स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपने अध्ययन में यह दावा किया है कि बार-बार सेल्फी लेना आपको Selfitis बीमारी का रोगी बना सकता है. शोधकर्ताओं ने इस मेंटल डिसऑर्डर का नाम सेल्फाइटिस दिया है. इस पर रिसर्च करने वाले नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के मार्क ग्रिफिथ ने कहा है कि इस बीमारी का पता लगाने के लिए दुनिया का पहला सेल्फाइटिस बिहेवियर स्केल तैयार किया गया है. इसको 200 लोगों के फोकस ग्रुप और 400 लोगों पर सर्वे के बाद बनाया गया है.
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