Amrit Garden: राष्ट्रपति भवन में प्रसिद्ध अमृत उद्यान (जिसे पहले मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था) का इंतजार अब खत्म हो गया है. यह खूबसूरत उद्यान 2 फरवरी से 30 मार्च, 2025 तक जनता के लिए खुला रहेगा. राष्ट्रपति सचिवालय ने सोमवार को घोषणा की कि उद्यान सप्ताह में छह दिन आगंतुकों के लिए खुला रहेगा, जबकि सोमवार को रखरखाव के लिए आरक्षित रहेगा.
यह शानदार उद्यान प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों दोनों के लिए एक पसंदीदा स्थल है. जो देश की राजधानी के केंद्र में शानदार लैंडस्केप डिज़ाइन और शांत वातावरण में भव्य, रंगीन फूल प्रदान करता है. यह उद्यान पर्यटकों के लिए सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है .
प्रवेश ऑनलाइन बुकिंग और सीधे वॉक-इन दोनों के माध्यम से उपलब्ध है. ऑनलाइन बुकिंग निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करके की जा सकती है. राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in/ पर जाएं. आगंतुकों को गेट नंबर 35 के बाहर के क्षेत्रों में प्रवेश करने से पहले पंजीकरण/सूचना केंद्र या स्वयं सेवा कियोस्क पर पंजीकरण करना होगा. ऑनलाइन अपॉइंटमेंट प्रति घंटे के आधार पर किए जा सकते हैं. ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए आपको एक मोबाइल नंबर प्रदान करना होगा. एक मोबाइल नंबर पर केवल एक बुकिंग स्वीकार की जाती है. एक आरक्षण में 30 आगंतुकों को समायोजित किया जा सकता है.
द्यान में प्रवेश नॉर्थ एवेन्यू रोड पर राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 से होगा. ऑनलाइन आरक्षण वाले आगंतुकों को कागज के उपयोग को बचाने के लिए अपने मोबाइल फोन पर अपना डिजिटल आगंतुक परमिट ले जाने के लिए कहा जाता है. आगंतुकों को उनके द्वारा बुक किए गए समय स्लॉट पर प्रवेश द्वार पर उपस्थित होना चाहिए. आगंतुकों को अपना विज़िटिंग पास और एक सरकारी आईडी प्रदान करनी होगी. उद्यान में भ्रमण के दौरान मोबाइल फोन की अनुमति है.
आगंतुक अपने साथ बटुए, पर्स, हैंडबैग, बच्चों के लिए पानी और दूध की बोतलें तथा छाते ला सकते हैं. गार्डन में खाने-पीने की चीजें, पान, गुटखा, सिगरेट, बैकपैक, कैमरा और वीडियो कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं है. राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार अमृत उद्यान जो 15 एकड़ में फैला है. उसको लंबे समय से राष्ट्रपति भवन की आत्मा के रूप में दर्शाया जाता रहा है. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और श्री राम नाथ कोविंद ने हर्बल-I, हर्बल-II, टैक्टाइल गार्डन, बोनसाई गार्डन और आरोग्य वनम सहित अतिरिक्त उद्यान स्थापित किए.