Healthy Breakfast: सुबह का नास्ता पूरे दिन को अच्छा करने के लिए बेहद जरूरी है. नास्ता जितना अच्छा हो दिन उतना ही बेहतर होता है. अभी के समय में दलिया (दलिया) नाश्ते के लिए एक हेल्दी ऑप्शन है. वहीं पिछले कुछ सालों में क्विनोआ भी लोगों का पसंदीदा बन गया है. दलिया और क्विनोआ देखने में एक जैसे लगते हैं. लेकिन दोनों का स्वाद और फायदे काफी अलग हैं.
हर फिटनेस फ्रीक की डाइट में आपको दलिया और क्विनोआ दोनों मिल जाएंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से कौन ज्यादा फायदेमंद है? हर शरीर की जरूरत अलग होती है, इसलिए उसी हिसाब से नास्ता भी अलग होता है. यहां जानिए कैसे अपने लिए सही ऑप्शन चुनें.
दलिया गेहूं से बनता है. क्विनोआ चेनोपोडियम क्विनोआ नामक पौधे के बीजों से तैयार किया जाता है. दलिया एक प्रकार का अनाज है, जबकि क्विनोआ को अनाज नहीं कहा जा सकता. दलिया ग्लूटेन-फ्री नहीं होता है, जबकि क्विनोआ ग्लूटेन-फ्री होता है. दलिया गेहूं का ही एक प्रकार है लेकिन इसे पचाना आसान होता है. इसे साबुत और कच्चे गेहूं के बीजों को पीसकर तैयार किया जाता है. इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है. इसके अलावा गेहूं में कार्बोहाइड्रेट, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन, मैग्नीशियम और आयरन भी पाया जाता है.
क्विनोआ में अमीनो एसिड होता है और यह अनाजों में ग्लूटेन-मुक्त विकल्प है. इसके अलावा क्विनोआ में प्रोटीन, खनिज, विटामिन, फाइबर, फोलिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम और आयरन भी होता है. क्विनोआ में फाइबर अधिक और कार्बोहाइड्रेट और वसा कम होता है.
अगर आपको कोई हॉरमोन संबंधी समस्या है तो आप क्विनोआ चुन सकते हैं. यह ग्लूटेन-मुक्त है और शरीर में सूजन को कम करने में भी मदद करता है. क्विनोआ खाने से इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और सीलिएक रोग में भी लाभ होता है. लेकिन अगर आपको ग्लूटेन से एलर्जी नहीं है, तो आप ओटमील भी चुन सकते हैं. एक कप दलिया में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है. जबकि एक कप क्विनोआ में लगभग 8 ग्राम प्रोटीन होता है. अगर आप नाश्ते में प्रोटीन के लिए कोई विकल्प चुन रहे हैं, तो आप क्विनोआ चुन सकते हैं.
दोनों ही विकल्प आपके आहार में प्रोटीन की कमी को पूरा नहीं कर सकते. लेकिन इनमें प्रोटीन के स्रोत जोड़कर इन्हें संतुलित भोजन बनाया जा सकता है. दलिया में क्विनोआ से ज़्यादा फाइबर होता है 100 ग्राम क्विनोआ से लगभग 6 ग्राम फाइबर प्राप्त होता है लेकिन 100 ग्राम दलिया में 13 ग्राम फाइबर होता है. इसलिए दलिया पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. अगर किसी को पाचन से जुड़ी समस्या है तो उसे दलिया खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह पचने में आसान होता है.