Gurugram Cyber Scam: दुनिया में आजकल भोले-भाले लोगों को लूटने के नए नए तरीके सामने आते रहते हैं. न सिर्फ भोले-भाले अनपढ़ लोग बल्कि पढ़े लिखे लोग भी आसानी से इन ठगों के चक्कर में पद जाते हैं और अपना लाखों का नुकसान करा बैठते हैं. इसी तरह का एक नया मामला गुरुग्राम में देखने को मिला है. इस मामले में गुरुग्राम में बैठे कुछ लोग सात समुन्दर पार अमेरिका के लोगों को फ़ोन कॉल करके और झूठे ऑफर्स देकर लूट रहे थे. आइये जानते हैं क्यां है पूरा मामला
दरअसल गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे ही फ्रॉड कॉल सेण्टर का भंडाफोड़ किया है और कई ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ये स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए बहुत ही अलग तरीके का इस्तिमाल कर रहे थे. ये ठग लोगों को लूटने के लिए जानी-मानी बड़ी कंपनियों का नाम इस्तेमाल कर रहे थे. इसके लिए वो बड़ी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर के कंपनी के टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर पॉप-उप मैसेज भेजते थे. इसके बाद ठग लोगों के अकाउंट से लाखों रुपए डेबिट कर लेते थे.
किराये के घर से चल रहा था पूरा स्कैम
दरअसल पुलिस ने इस फ्रॉड के मामले में गुरुग्राम से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ये सारा स्कैम गुरुग्राम स्थित एक किराये के मकान से चल रहा था. पुलिस ने गिरफ़्तारी के बाद किराये के मकान से नौ लैपटॉप,दो टेबलेट और एक मोबाइल भी बरामद किया है. बता दें. कि गुरुग्राम में लोगों को ठगने का ये नए तरीके का मामला सामने आया है.
जानें कैसे देते थे ठगी को अंजाम
पुलिस के अनुसार, ठग लोगों को लूटने के लिए जानी-मानी बड़ी कंपनियों के नाम पर लोगों को मैसेज भेजते थे. इसके लिए स्कैमर्स बड़ी कंपनियों के नाम से लोगन को बल्क में वॉइस मेल और मैसेज भेजा करते थे. इस दौरान वो पॉप उप के जरिये टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर विदेशी लोगो को मैसेज भेजा करते थे. और फिर लोग इन ठगों के जाल में फंस जाते थे.
स्कैमर्स ले लेते थे कंप्यूटर और लैपटॉप का रिमोट एक्सेस
ल्प्गों को लूटने के लिए ठग विदेशी लोगों के कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल का रिमोट एक्सेस ले लेते थे. इसके लिए आरोपी ठग कई तरह के एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे. ठगने के लिए स्कैमर्स Any Desk, Team Viewer और Ultra Viewer जैसे एप्लीकेशन को लोगों क सिस्टम में चोरी-छिपे इनस्टॉल कर देते थे. इसके बाद स्कैमर्स लोगों के टेक्निकल हेल्प के नाम पर उनसे जरुरी जानकारी ले लेते थे. पुलिस ने बताया कि इस दौरान आरोपी ठग लोगों से हेल्प के नाम पर प्रति कस्टमर 500 से 1000 डॉलर लूट लेते थे.
अगर बात करे भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत की तो ठग प्रति कस्टमर करीब 41 हजार से 83 हज़ाए रुपए तक लूट लेते थे. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये लोग ये पैसे लोगों से गिफ्ट कार्ड के नाम पर लेते थे.