Mallikarjun Kharge supported farmers protest: पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी कई मांगों को लेकर दिल्ली मार्च कर रहे हैं. इस दौरान प्रशासन की तरफ से किसानों को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज (13 फरवरी) को किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है और केंद्र के नेतृत्व वाली मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा हैं. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए सभी वादों को ठुकरा दिया है. वहीं उन्होंने ये दावा किया कि सरकार अब किसानों की आवाज पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें सबका है इंतजाम, तानाशाह मोदी सरकार ने किसानों की आवाज पर जो लगानी है लगाम ! 'उन्होंने कहा, 'याद है ना “आंदोलनजीवी” व “परजीवी” कहकर किया था बदनाम और 750 किसानों की ली थी जान. '
खरगे ने आरोप लगाया कि 10 वर्षों के दौरान मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं. 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी, स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार लागत और 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करना और एमएसपी को कानूनी दर्जा.'
खरगे ने आगे कहा, 'अब समय आ गया है 62 करोड़ किसानों की आवाज उठाने का. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आज कांग्रेस पार्टी “किसान न्याय” की आवाज उठाएगी. उन्होंने कहा, 'हमारा किसान आंदोलन को पूरा समर्थन है. न डरेंगे, न झुकेंगे !'
कँटीले तार, ड्रोन से आँसू गैस, कीले और बंदूक़ें… सबका है इंतज़ाम,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 13, 2024
तानाशाही मोदी सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम !
याद है ना “आंदोलनजीवी” व “परजीवी” कहकर किया था बदनाम, और 750 किसानों की ली थी जान ?
10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने… pic.twitter.com/9iUAzFeXgg
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत अन्य मांगों को लेकर दो केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक में कोई निर्णय ना निकलने के बाद पंजाब से किसानों ने आज मंगलवार को सुबह अपना दिल्ली चलो मार्च की शुरुआत कर दी है. इस दौरान उनके अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली सीमाओं से दिल्ली की ओर कूच करने का प्लान है.
ऐसे में कई किसानों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ फतेहगढ़ साहिब से सुबह करीब 10 बजे मार्च शुरू किया और वे शंभू सीमा के द्वारा दिल्ली की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं संगरूर में महल कलां से एक और समूह खनौरी सीमा के जरिए दिल्ली की तरफ कूच कर रहा है.
इस दौरान किसानों को रोकने के लिए हरियाणा में प्रशासन ने कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटीली तारों का इस्तेमाल कर अंबाला, जींद, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. इस बीच पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर कई स्थानों पर पानी की बौछारें करने वाली गाड़ियों समेत दंगा रोधी वाहनों को भी तैनात किया गया है. हरियाणा सरकार ने भी 15 जिलों में धारा 144 के तहत पाबंदियां लागू कर दी हैं. जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने और ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ किसी भी प्रकार के प्रदर्शन करने पर रोक है.
दिल्ली की सीमाओं पर भी प्रशासन ने अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि किसान अपने साथ ट्रैक्टर-टॉली पर सूखा राशन, गद्दे और बर्तन समेत अन्य आवश्यक सामान लेकर दिल्ली कूच करेंगे.