महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद सीएम योगी ने जारी किया निर्देश, भीड़ प्रबंधन के लिए गाइडलाइन जारी

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ और यातायात प्रबंधन तथा विभागों के बीच बेहतर समन्वय को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए.

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Courtesy: Social Media

Maha Kumbh: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ और यातायात प्रबंधन तथा विभागों के बीच बेहतर समन्वय को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए. मुख्यमंत्री द्वारा सुझाए गए प्रमुख उपायों में भीड़ के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए सीमा बिंदुओं पर होल्डिंग क्षेत्र बनाना और प्रयागराज से वापसी मार्ग को निर्बाध बनाए रखना शामिल है.

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ में मची भगदड़ में कुल 30 लोगों की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो गई है. जिनमें से 25 शवों की पहचान कर ली गई है तथा शेष पांच की पहचान अभी नहीं हो पाई है. घटना के बाद योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में यातायात सुचारू रहे तथा अनावश्यक रूप से रुकने से बचा जाए. उन्होंने कहा कि कहीं भी भीड़ का दबाव नहीं बनना चाहिए तथा सड़कों पर जाम नहीं लगना चाहिए.

सीएम योगी द्वारा दिए गए निर्देश 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए कहा कि यदि रेहड़ी-पटरी वाले अपना व्यवसाय सड़कों पर चला रहे हैं, तो उन्हें खाली क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाए. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यातायात प्रभावित न हो. इसके अलावा मेला देखने आए लोगों को अनावश्यक रूप से नहीं रोका जाना चाहिए. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मेला क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज जैसे मार्गों पर यातायात अवरुद्ध न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि प्रयागराज से सभी वापसी मार्ग खुले और निर्बाध रहने चाहिए. 

आधिकारिक बयान जारी 

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को मौजूदा स्थिति के आधार पर आगे बढ़ने दिया जाना चाहिए. मेला क्षेत्र में जहां भी वे रुकें, सभी ठहरने वाले क्षेत्रों में भोजन और पेयजल की उचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जानी चाहिए. अब तक महाकुंभ में 57.1 मिलियन से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. इस बीच उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के एक आधिकारिक बयान के अनुसार 'मौनी अमावस्या' के अवसर पर 57.1 मिलियन से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी के जल में पवित्र डुबकी लगाई. चल रहे धार्मिक आयोजन में आस्था का जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला, जिसमें आध्यात्मिक शुद्धि और भक्ति के इस पावन दिन को मनाने के लिए लाखों लोग त्रिवेणी संगम पर एकत्रित हुए. महीने भर की आध्यात्मिक तपस्या करने वाले कल्पवासियों की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई है जिससे आध्यात्मिक उत्साह और बढ़ गया है. 

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