लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान यातायात व्यवस्था की अव्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस अव्यवस्था के कारण लाखों श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर अखिलेश यादव ने लिखा, "प्रयागराज में चारों तरफ जाम की स्थिति बनी हुई है. इससे न तो श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने का सामान उपलब्ध हो पा रहा है, न दवाइयां, न पेट्रोल-डीजल. इस कारण करोड़ों श्रद्धालु जो फंसे हुए हैं, उनकी हालत हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है. यह एक बेहद गंभीर स्थिति है."
उन्होंने आगे कहा, "जब राज्यों में संवैधानिक तंत्र असफल हो जाता है, तो किसी सक्षम व्यक्ति को शासन की कमान सौंप दी जाती है. महाकुंभ में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देखकर यह सवाल उठता है कि शासन की कमान किसे दी जाए. अयोग्य लोग केवल झूठे प्रचार कर सकते हैं, असली व्यवस्था नहीं."
अखिलेश यादव ने एक अन्य पोस्ट में 'प्रयागराज महाकुंभ अपडेट' शीर्षक से कहा कि यातायात जाम में फंसे लोग अपने वाहनों में घंटों से कैद हैं. उन्होंने यह भी बताया कि विशेष रूप से महिलाओं के लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं है, और जो लोग रास्तों में बेसुध हो रहे हैं, उनकी देखभाल का कोई इंतजाम नहीं किया गया.
उन्होंने यह दावा भी किया कि श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन की बैटरियां खत्म हो गई हैं, जिससे उनका अपने परिवार से संपर्क टूट गया है. इससे लोगों में बेचैनी और चिंता बढ़ गई है.
अखिलेश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाकामी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुके हैं. इसके अलावा प्रयागराज से संबंधित उपमुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख मंत्री भी नदारद हैं."
सपा प्रमुख ने आगे यह भी आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों और सफाईकर्मियों को जिनके लिए कोई भोजन और पानी की व्यवस्था नहीं की गई, वे दिन-रात अपनी ड्यूटी पर हैं.
अखिलेश ने प्रयागराज के नगरवासियों की स्थिति पर भी सवाल उठाया और कहा, "प्रयागराज के नागरिकों को गंदगी, जाम और महंगाई के अलावा कुछ नहीं मिला है. अब यह सुनने को मिल रहा है कि भाजपा के लोग श्रद्धालुओं पर ही आरोप लगा रहे हैं कि जब पता था कि हर तरफ अव्यवस्था फैल गई है तो श्रद्धालु क्यों आ रहे हैं?"
महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या के कारण रविवार को प्रयागराज की चारों दिशाओं से आने वाले मार्गों पर कई घंटों तक जाम लगा रहा. इसके अलावा, संगम रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ बढ़ने के कारण स्टेशन को बंद कर दिया गया.
अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह तक लगभग 46.19 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई, जिसमें 10 लाख कल्पवासियों का भी समावेश था. महाकुंभ शुरू होने के बाद अब तक करीब 44 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं.