Gurdaspur: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शनिवार को पंजाब के गुरदासपुर में विकास क्रांति रैली में शामिल हुए. इस दौरान मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद थे. इस रैली के दौरान उन्होंने 1854 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की शुरुआत की. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने बाबा बंदा सिंह बहादुर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का उद्घाटन किया. इस मौके पर बोलते हुए केजरीवाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 13 सीटें जितनी की बात कही.
"पैसे की नहीं, नियत की कमी थी" - केजरीवाल
गुरदासपुर में विकास क्रांति रैली के दौरान योजनाओं की घोषणा करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि गुरदासपुर में जो काम पिछले 75 साल में नहीं हुआ, वो AAP सरकार एक दिन में कर रही है. उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि "पुरानी सरकारें कहती थी कि खजाना खली है, पैसा ही नहीं है. हमने डेढ़ साल में खजाना भर दिया" उन्होंने आगे कहा कि "पैसे की कमी नहीं थी बल्कि नियत की कमी थी".
केजरीवाल का दावा- "लोकसभा में जीतेंगे 13 सीटें"
गुरदासपुर में अन्य पर हमलावर होते हुए केजरीवाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि पूरे पंजाब में लोग AAP की सरकार से खुश हैं और उन्हें ये विश्वास है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से 13 सीटें जीतेंगे. वहीं इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पंजाब धीरे-धीरे अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है. कुछ ही महीनों में पंजाब में रिकॉर्डतोड़ विकास हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले हम उस काम में पैसा लगाते हैं, जिससे लोगों को फायदा हो. उन्होंने कहा कि हम किसी के कहने से अपना राज्य नहीं चलाएंगे.
सनी देओल पर साधा निशाना
विकास क्रांति रैली में 1850 करोड़ रूपए की योजनाओं की घोषणा करने के दौरान मुख्यमंत्री मान ने गुरदासपुर के सांसद और अभिनेता सनी देओल पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सनी देओल अपनी फिल्म की सफलता के लिए श्री दरबार साहिब में माथा टेकने आए थे, लेकिन 40 किमी पैदल चलकर गुरदासपुर नहीं आए. इतना ही नहीं, उन्होंने पिछली सरकारों की नाकामयाबियों पर भी बोला. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में सड़कें कागजों पर ही बनती थीं. एआई तकनीक के जरिए हमें 540 किमी ऐसी सड़कें मिलीं, जो सिर्फ कागजों पर थीं.