आज से बदल जाएगा केजरीवाल के घर का पता, जानिए अब कहां रहेंगे पूर्व सीएम?

दिल्ली के पूर्व सीएम का पता आज से बदल जाएगा. शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल अपना आवास छोड़कर नए घर में गृह प्रवेश करेंगे. आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद सभी सुविधाओं को त्यागने की बात भी कही थी.

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Courtesy: Social Media

दिल्ली के पूर्व सीएम का पता आज से बदल जाएगा. शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल अपना आवास छोड़कर नए घर में गृह प्रवेश करेंगे. आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद सभी सुविधाओं को त्यागने की बात भी कही थी. बीते कई दिनों में केजरीवाल अपने घर के चयन में उलझे थे. इसके बाद उन्होंने लुटियंस दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर 5 का चयन किया. 

कई सांसदों, विधायकों और पार्षदों ने दिया था ऑफऱ

केजरीवाल सह परिवार इस घर में रहेंगे. यह घर उसके मुख्यालय के बेहद ही पास में है. पूर्व में यह बंगला पंजाब में आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित हुआ था क्योंकि वह उसमें नहीं रहते हैं इसलिए इस बंगले में आज से अरविंद केजरीवाल रहेंगे. बीते दिन आप के नेता सौरभ भारद्वाज ने इसको लेकर जानकारी दी. इसमें सौरभ ने बताया कि केजरीवाल उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित 6 फ्लैगस्टाफ रोड को छोड़ने का फैसला ले चुके हैं. वह साल 2015 से बतौर सीएम वहां रह रहे थे. सांसदों, विधायकों और पार्षदों समेत पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें अपने बंगलों में रहने का ऑफर दिया था. 

क्या बोले मित्तल

एक वीडियो जारी कर सांसद मित्तल ने कहा कि मुझे खुशी है कि केजरीवाल ने उनके आवंटित बंगले में रहने का विचार किया. मित्तल ने बताया कि जब .केजरीवाल जी ने सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था. उसके बाद उनके पास रहने का कोई विक्लप नहीं था. मैंने उन्हें अपने दिल्ली आवास पर अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था. केजरीवाल जी ने मेरा अनुरोध स्वीकारा"

ईमानदारी के प्रमाण पत्र पर करेंगे वासपी

केजरीवाल नई दिल्ली में रहकर दिल्ली व अन्य राज्यों में आगामी चुनावों के अभियानों पर नजर रख सकते हैं. वर्तमान समय में तिहाड़ से रिहा होने के बाद उनके एक फैसले से अन्य पार्टियों में हलचल पैदा कर दी थी. कथित तौर पर आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में 5 माह पहले तक वह जेल में रहे. केजरीवाल ने कहा था कि अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से "ईमानदारी का प्रमाण पत्र" प्राप्त करने के बाद ही सीएम की कुर्सी पर वापसी करेंगे.