Asaduddin Owaisi On Ram Mandir: संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन आज ( 10 फरवरी) लोकसभा में अयोध्या में राम मंदिर पर चर्चा के दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी भाग लिया. इस दौरान उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, "शिव सेना (शिंदे गुट) के सांसद ने अपने भाषण में बताया कि जब 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद को गिराया जा रहा था तो पूर्व पीएमपीवी नरसिम्हा राव पूजा कर रहे थे. बीजेपी की सहयोगी पार्टी कह रही है कि नरसिम्हा राव ने कहा कि मुझे परेशान मत करो, मैं पूजा कर रहा हूं."
इस दौरान ओवैसी ने आगे कहा कि जो मस्जिद के गिराए जाने पर पूजा कर रहे थे और जिस व्यक्ति ने मस्जिद गिराने के लिए रथ यात्रा निकाली केंद्र सरकार द्वारा उन दोनों लोगों को भारत का सर्वोच्च पुरस्कार दिया जा रहा है. यह बताता है कि इंसाफ जिंदा है या जुल्म को बरकरार रखा जा रहा है.
AIMIM सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री जब यहां जवाब देंगे तो क्या 140 करोड़ जनता के पीएम के तौर पर बयान देंगे या फिर हिंदुत्व के नेता के तौर पर बोलेंगे. उन्होंने कहा, "मेरा दिल कहता है कि अयोध्या में मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी. बाबरी मस्जिद जिंदाबाद!"
इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "16 दिसंबर 1992 को लोकसभा ने एक रेजोलूशन पास किया था. इसमें कहा गया था कि यह सदन अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने की घटना की निंदा करता है, जिससे देश में हिंसा भड़की और देश की धर्म निष्पक्षता को नुकसान पहुंचा. आज केंद्र सरकार 6 दिसंबर की घटना को लेकर जश्न मना रही है."
वहीं ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से कहा कि कोर्ट ने ASI की रिपोर्ट को खारिज कर दिया. कोर्ट के अनुसार बाबरी मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर नहीं किया गया था. उन्होंने पूछा कि क्या सरकार एक समुदाय या एक धर्म की सरकार है. उन्होंने आगे कहा, "मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इज्जत करता हूं और नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं, क्योंकि उसने ऐसे व्यक्ति की हत्या की, जिसके जुबान से अंतिम शब्द 'हे राम' निकला था."