Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हो चुका है. रामलला राम मंदिर में विराजमान हो चुके हैं. इस समारोह को लेकर पूरे भारत में उत्साह का माहौल है. राम मंदिर में शंखनाद और मंत्रोच्चार के साथ भव्य गर्भगृह में रामलला को विराजमान किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की. इस बीच कार्यक्रम के बाद एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का पहला बयान सामने आया है.
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ए वीडियो अपलोड किया है, जिसमें वह परोक्ष रूप से बाबरी मस्जिद का जिक्र करते हुए अफसोस जताते हुए दिखा रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने यह वीडियो आज( सोमवार) ही शाम 6.45 बजे एक्स पर अपलोड किया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''अफसोस ये है कि कोई 6 दिसंबर के दिन की बात नहीं करता, जब आप इन तमाम राजनीतिक लोगों से पूछेंगे कि क्यों नहीं बात करते हो तो वो बोलते हैं, अरे भूल जाओ न भाई तुम लोग. मैं इन लोगों से कहना चाहता हूँ "तुम, तुम्हारे बाप या माँ की मौत को भूल सकते क्या? आपने एक सिस्टमेटिक तरीके से इस मस्जिद को छीन लिया और कई इश्यूज पैदा हो गए.''
6 दिसंबर के दिन को जो लोग भूल जाने को कहते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूँ "तुम, तुम्हारे बाप या माँ की मौत को भूल सकते क्या?"
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 22, 2024
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बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में कर्नाटक के कलबुर्गी में बात करते हुए भी राम मंदिर पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि मुस्लिमों ने 500 वर्षों तक नमाज पढ़ी और सिस्टमेटिक तरीके से साजिश करके बाबरी मस्जिद को छीन लिया गया. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस के जीबी पंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब रात के अंधेरे में वहां मूर्तियां रखी गई थीं. ओवैसी ने कहा कि उस समय वहां के कलेक्टर नायर थे, जिन्होंने मस्जिद बंद करा दी थी और पूजा शुरू करवा दी थी.
अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह में आयोजित समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहे. वहीं इस भव्य कार्यक्रम में फिल्मी सितारों, खिलाड़ियों, संतों, उद्योगपतियों और संगीतकारों सहित 7,000 से अधिक आमंत्रित लोगों ने भी भाग लिया. वहीं राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए कई विपक्षी दलों को आमंत्रित होने के लिए न्योता दिया गया था. मगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्ष के कई नेता इस समारोह में शामिल नहीं हुए.