Manipur: भारत के पूर्वोत्तर में स्थित राज्य मणिपुर में तैनात असम राइफल्स के एक जवान ने इंडो-म्यांमार बॉर्डर के पास छह सहयोगियों पर फायरिंग की. जिसके बाद उसने खुद को गोली से उड़ा लिया. इस घटना के बाद असम राइफल्स की तरफ से कहा गया कि इस घटना का मणिपुर में जारी हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है.
खबरों के अनुसार, यह घटना बुधवार की सुबह हुई. बता दें, जवान चुराचांदपुर स्थित अपने घर से छुट्टियां बिताकर लौटा था. जिसके बाद उसने इस घटना को अंजाम दिया. यह घटना भारत-म्यांमार के पास दक्षिण मणिपुर में असम राइफल्स बटालियन के अंदर हुई है.
मणिपुर पुलिस ने x पर पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी. मणिपुर पुलिस ने लिखा- 'दक्षिण मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा के करीब तैनात असम राइफल्स बटालियन में असम राइफल्स के एक जवान के हाथों गोलीबारी की घटना हुई है. असम राइफल्स के एक जवान ने अपने सहयोगियों पर गोलीबारी की, जिसमें उनमें से छह घायल हो गए (सभी घायल गैर-मणिपुरी हैं) ); बाद में जवान ने खुद को गोली मार ली.'
"There has been an incident of firing by an Assam Rifles Jawan in an ASSAM RIFLES BATTALION deployed close to the Indo - Myanmar border in South Manipur. One Assam Rifles Jawan opened fire on his colleagues injuring six of them (all injured are non-Manipuris); later the… pic.twitter.com/tzIopcHaM9
— Press Trust of India (@PTI_News) January 24, 2024
घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
इस पूरी घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई है. सुरक्षा बलों की सहायता से घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है. फायरिंग के लिए इस्तेमाल हुए राइफल को कब्जे में ले लिया गया है और जांच शुरू हुई है किस वजह से असम राइफल्स के जवान ने इस वारदात को अंजाम दिया, यह समझने के लिए उसके घर वालों से भी बात की जाएगी. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि फायरिंग के बाद खुदकुशी करने वाले जवान के मोबाइल को कब्जे में लिया जा रहा है ताकि आखरी बातचीत को ट्रैक किया जा सके.
मणिपुर सरकार ने दिए जांच के आदेश
असम राइफल्स के सभी घयल जवानों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी खतरे से बाहर है और उनकी स्थिति सामान्य है. पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, 'इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को चल रहे संघर्ष से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, इस तथ्य को देखते हुए कि घायलों में से कोई भी मणिपुर से नहीं है. तथ्यों का पता लगाने के लिए घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. असम राइफल्स की सभी बटालियनों में सभी वर्गों के लोग हैं जिसमें मणिपुर के अलग-अलग समुदायों के लोग भी शामिल हैं. मणिपुर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए समाज के ध्रुवीकरण के बावजूद सभी सुरक्षाकर्मी एक साथ रह रहे हैं और काम कर रहे हैं.'