लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के अयोध्या पहुंचने के बाद भी रामलला के दर्शन न करने पर सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि अखिलेश पहले भी अयोध्या आ चुके है, लेकिन उन्हें श्रीराम के दर्शन के लिए समय नहीं मिला, जबकि वह सियासत जरूर करते हैं.
भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के इनायतनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, "अखिलेश यादव अयोध्या आकर भी रामलला के दर्शन करने का समय नहीं निकाल पाए. यह गंभीर सवाल उठाता है कि राजनीति में व्यस्त रहने वाले इस नेता को धार्मिक आस्थाओं के प्रति कोई रुचि नहीं है."
भूपेंद्र सिंह चौधरी ने आगे आरोप लगाया, "समाजवादी पार्टी के नेता अक्सर सनातन धर्म और साधु-संतों के खिलाफ टिप्पणी करते रहते हैं. उनका स्वभाव और चरित्र हमेशा सनातन संस्कृति का विरोध करने वाला रहा है." भाजपा अध्यक्ष ने सपा पर यह भी आरोप लगाया कि सपा की सरकार के दौरान अराजकता, गुंडागर्दी, बेईमानी और भ्रष्टाचार का बोलबाला था.
चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार संस्कृति, आस्था और विरासत के आधार पर राज्य के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है और इसका परिणाम पूरे राज्य में सकारात्मक रूप से दिखाई दे रहा है.
भा.ज.पा. ने इस बयान के माध्यम से सपा पर हमला करते हुए यह संदेश दिया कि पार्टी अपने मूल्यों और सिद्धांतों के खिलाफ काम करने वालों को कभी नहीं बढ़ावा देगी. भाजपा का कहना है कि वे हमेशा राज्य के विकास, संस्कृति और आस्थाओं के प्रति प्रतिबद्ध हैं.
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