नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की शानदार जीत के बाद अब यहां एक नई सरकार का गठन होने जा रहा है. इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सचिवालय में पूर्व मंत्रियों की नामपट्टिकाओं को बदला जा रहा है, साथ ही साथ सचिवालय में मरम्मत और नियमित रखरखाव कार्य भी किए जा रहे हैं.
पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटों पर जीत हासिल की, और इस प्रकार वह 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने जा रही है. दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में इस जीत को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसके साथ ही दिल्ली में भा.ज.पा. की स्थिरता और शक्ति का प्रदर्शन हुआ है.
हालांकि, भाजपा की विधायक दल की बैठक अभी तक आयोजित नहीं की गई है, जिसमें सदन के नेता का चयन किया जाएगा. यह नेता दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनेगा. दिल्ली की राजनीति में इस समय मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा जोरों पर है, और पार्टी के भीतर इस निर्णय को लेकर संभावनाओं की कई दिशा हैं.
दिल्ली सचिवालय में चल रहे कार्यों के तहत, पुराने मंत्रियों की नामपट्टिकाओं को हटाया जा रहा है और नए मंत्रियों के नाम जोड़े जा रहे हैं. इसके अलावा, सचिवालय के भवन के संरचनात्मक और आंतरिक हिस्सों की मरम्मत का काम भी जोरों पर है. यह सभी कार्य नई सरकार के सत्ता संभालने के पहले किए जा रहे हैं ताकि सब कुछ सही तरीके से तैयार हो सके.
अब देखना यह होगा कि भाजपा इस नई सरकार को कैसे स्थापित करती है और किस प्रकार की नीतियों के साथ वह दिल्ली की जनता के सामने आती है. भाजपा की विजय ने दिल्ली में एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू किया है, और अब नई सरकार के गठन के बाद इसकी कार्यशैली और निर्णयों का प्रभाव राजधानी की राजनीति पर देखा जाएगा.