Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होना है. जिसे लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी पूरी कर ली है. इसी क्रम में चुनाव से महज कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में अपने ही पार्टी के 40 कार्यकर्ताओं-नेताओं को पार्टी से बाहर निकाल दिया है. इससे पहले भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार) की गठबंधन महायुति ने अपना बहुप्रतिक्षित घोषणापत्र जारी किया था. जिसमें राज्य को अभूतपूर्व समृद्धि और विकास की गारंटी दी गई थी.
पार्टी की ओर से 40 नेताओं की लिस्ट जारी करते हुए कहा गया कि अनुशासन के उल्लंघन की वजह से आपको तत्काल पार्टी से निष्कासित किया जाता है. इस लिस्ट में पार्टी ने ग्रोक श्रीकांत करलें, सोपान पाटिल, मयूर कापसे, अश्विन सोनावणे, गजानन महाले, नागेश धोपे, तुषार भारतीय, जगदीश गुप्ता समेत अन्य कई नाम है.
पार्टी से बागी हुए नेता
महाराष्ट्र चुनाव के लिए महायुति द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है. मिल रही जानकारी के मुताबिक महायुति के कई नेता टिकट ना मिलने के कारण बागी हो रहे थे. जिसके कारण बीजेपी महाराष्ट्र काफी प्रभावित हो रही थी. चुनाव के बीच पार्टी के अंदर ऐसे माहौल के कारण बीजेपी की ओर से यह फैसला लिया गया. पार्टी द्वारा निकाली गई 40 लोगों की लिस्ट में दो पूर्व सांसदों का भी नाम शामिल है. नंदुरबार सीट की उम्मीदवार हीना गावित और जलगांव सीट के उम्मीदवार ए टी पाटिल को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया.
Maharashtra BJP has expelled 40 of its workers/Leaders from the party in 37 different Assembly constituencies for not following party discipline and breaking it. pic.twitter.com/I1nk5lRoL6
— ANI (@ANI) November 6, 2024
महायुति ने जारी किया घोषणा पत्र
महाराष्ट्र में महायुति ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कई वादे किए हैं. इस घोषणा पत्र में महिलाओं और किसानों का खास ख्याल रखा गया है. इस घोषणा पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा गया कि ये तो ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है! घोषणा पत्र में मुख्य रुप से 10 गारंटी दी गई है. जिसमें लाडली बहनों को हर महीने 2100 रूपये देना, किसानों को ऋण माफी और किसान सम्मान योजना से हर साल 15 हजार रूपये देना, हर लोग तक घर और खाना पहुंचाना, वृद्धाओं को 2100 पेंशन, 25 लाख रोजगार सृजन, छात्रो को हर महीने 10 हजार का स्टाइपेंड, सड़कों का निमार्ण, आंगनबाड़ी और आशा सेवकों को 15 हजार और सुरक्षा कवर, जरुरी सामानों के दामों को स्थिर करना, बिजली बिल कम करना समेत अन्य कई वादे किए गए हैं.