रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को विश्वास जताया कि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) विधानसभा और लोकसभा चुनावों में प्राप्त सफलता को मंगलवार को होने वाले नगर निकाय चुनाव में भी दोहराएगी. मुख्यमंत्री साय ने यह बयान पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम देखने के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान दिया.
मुख्यमंत्री साय ने नगर निकाय चुनावों के बारे में बात करते हुए कहा, “हमने प्रदेशभर का दौरा किया और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है. चुनाव से पहले ही हम नगरीय क्षेत्रों में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की शुरुआत कर चुके हैं. ऐसे में, मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा को नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में शानदार सफलता मिलेगी, जैसा कि विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मिला था.”
उन्होंने आगे कहा, "रायपुर दक्षिण उपचुनाव में भी पार्टी ने जिस प्रकार सफलता प्राप्त की, उसी तरह हम नगर निकाय चुनाव में भी जीत हासिल करेंगे."
मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम की भी सराहना की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री का यह पहल छात्रों को परीक्षा के तनाव और डर से मुक्ति दिलाने में मददगार साबित हो रही है. इस कार्यक्रम का आठवां संस्करण था और लगभग पांच करोड़ बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया."
मुख्यमंत्री साय ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वे भी एक प्रतिभाशाली छात्र थे. उन्होंने कहा, "मेरे पिता का बचपन में ही निधन हो गया था और मुझे परिवार की जिम्मेदारियों का निर्वहन करना पड़ा. मैं विज्ञान का छात्र था और हमेशा परीक्षाओं में अव्वल आता था. हालांकि, मैंने कभी सरकारी नौकरी के बारे में नहीं सोचा. उस समय मुझे लगा कि जितनी शिक्षा मैंने हासिल की है, वह खेती के लिए पर्याप्त है."
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने छोटे भाई का रायपुर में इंजीनियरिंग में दाखिला कराया और वह अब एक अच्छे पद पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी जिम्मेदारी निभाई और मुझे जनता का आशीर्वाद मिला."
रायपुर के सरकारी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा युक्तामुखी साहू ने प्रधानमंत्री से यह सवाल पूछा कि जब छात्र मनचाही अंक नहीं प्राप्त कर पाते हैं तो वे कैसे तनाव से उबर सकते हैं. युक्तामुखी ने इस बातचीत को शानदार अनुभव बताया और कहा, "प्रधानमंत्री ने सभी सवालों का धैर्यपूर्वक उत्तर दिया और छात्रों के साथ दोस्ताना व्यवहार किया."