Devendra Tiwari: सत्ता की लालच और मशहूर होने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते हैं. कभी-कभी लोग ऐसा करने के चक्कर में अपराध का सहारा भी ले लेते हैं, लेकिन जब तक उन्हें एहसास होता है, तब-तक बहुत देर हो चुकी होती है. ऐसा ही कुछ मामला सामने आया जब यूपी STF ने फर्जी मेल कांड में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. कुछ दिन पहले भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के अध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी ने एक धमकी भरे मेल मिलने का दावा किया था. इस मेल में अयोध्या के राम मंदिर, सीएम योगी और खुद देवेन्द्र तिवारी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी.
इस घटना के सामने आने के बाद यूपी STF ने इसकी जांच शुरू कर दी थी. इस दौरान बुधवार को इस मामलें में एक चौकानें वाला खुलासा हुआ. यूपी STF ने बुधवार की शाम लखनऊ से इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. उनसे हुई पूछताछ के बाद इस कहानी ने अलग ही मोड़ ले लिया.
यूपी STF द्वारा दबोचे गए आरोपियों की पहचान गोंडा निवासी ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्र के रूप में हुई है. दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान ये कबूल किया कि इस इ-मेल कांड की पूरी साजिश खुद देवेन्द्र तिवारी ने ही रची थी. आरोपियों के अनुसार, देवेन्द्र ने बड़ा नेता बनने और सुरक्षा पाने की नियत से खुद ही अपने कर्मचारियों द्वारा खुद को धमकी भरा मेल करवाया था.
यूपी STF की पुछताछ के दौरान पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक ताहर सिंह मास्टरमाइंड देवेन्द्र तिवारी का सोशल मीडिया संभालता था, जबकि दूसरा आरोपी ओम प्रकाश मिश्र उसका पर्सनल सेक्रेटरी था. देवेन्द्र तिवारी ने इन दोनों से ही अपने आप को फर्जी मेल करवाया था. इस काम के लिए उसने दोनों आरोपियों को 2 नए मोबाईल भी खरीद कर दिये थे. आरोपियों ने खुलासा किया कि मेल भेजने के बाद उन्होंने मोबाईल को जला दिया था.
देवेन्द्र तिवारी ने सिर्फ सुरक्षा पाने और हाइलाइट होने के लिए ये पूरा फर्जी इ-मेल कांड का नाटक रचा था. उसने दावा किया था कि उसके पास धमकी भरा मेल आया है. उसने कहा था कि धमकी भेजने वाले ने खुद को ISI एजेंट बताया है. इसके साथ ही देवेन्द्र तिवारी ने इसे लेकर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था.
इस मामले में केस दर्ज करवाने के बाद एक विडिओ में देवेन्द्र तिवारी ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई थी. उसने कहा था कि 'जो केस पहले से दर्ज हैं उसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, न ही मेरी सुरक्षा को लेकर ही कोई कदम उठाया गया है. ऐसा लग रहा है कि ये लोग मेरी हत्या के बाद ही जागेंगे'. मामले के खुलासे के बाद अब यूपी STF देवेन्द्र तिवारी की तलाश कर रही है. फिलहाल वह गायब बताया जा रहा है.