बृजभूषण शरण सिंह ने भारतीय कुश्ती संघ से संन्यास ले लिया है. बृजभूषण कहते नजर आ रहे है कि अब कुश्ती की राजनीति में उन्हे कोई दिलचस्पी नहीं है. मीडिया ने जब उनसे पूछा कि क्या वो अमित शाह से मिल रहे हैं तो उन्होंने साफ कहा- अगर मिले तो कुश्ती की बात नहीं होगी.
मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि कुश्ती की राजनीति से अब मैंने पूरी तरह संन्यास ले लिया है. कुश्ती संघ के चुनाव में अपने करीबी संजय सिंह की जीत और फिर उसके बाद सरकार की तरफ से संघ को भंग कर दिए जाने की घटना ने बृजभूषण शरण सिंह को काफी आहत किया है. दरअसल, बृजभूषण बार-बार कुश्ती से संन्यास लेने की बात दोहरा रहे है. मीडिया के सामने वो बार-बार जोर देते हुए यही बता रहे हैं कि अब उनका कुश्ती से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने यहां तक कहा कि वो अब कुश्ती की बात तक नहीं करना चाहते, अमित शाह से मिलना हुआ तो भी नहीं। मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा, 'अमित शाह जी हमारी पार्टी के नेता हैं. अगर हम मिलेंगे भी तो कुश्ती की बात नहीं करेंगे.'
#WATCH दिल्ली: WFI के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने कहा, "... वे(अमित शाह) हमें जब बुलाएंगे हम तब उनसे मिलेंगे, वे हमारे नेता हैं लेकिन यह मुलाकात कुश्ती के संबंध में नहीं होगी... संजय सिंह अपना काम कर रहे हैं, हम अपना काम करेंगे। मैं कुश्ती और खेल की राजनीति… pic.twitter.com/IqMYA5fZhH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 25, 2023
बृजभूषण शरण सिंह बार-बार कहते दिखाई दे रहे है कि कुश्ती की राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है. वहीं, मीडिया ने जब उनसे सवाल किया कि क्या वो अमित शाह से मिल रहे हैं तो उन्होंने साफ कहा- अगर मिले तो कुश्ती की बात नहीं होगी. चर्चा है कि अमित शाह ने बृजभूषण शरण सिंह को मिलने को बुलाया है. इस पर बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्हें अभी अमित शाह की तरफ से बुलावा नहीं आया है और न वो अपनी तरफ से मिलने की प्लानिंग कर रहे हैं, लेकिन अगर मुलाकात हुई तब भी कुश्ती पर कोई बातचीत नहीं होगी. मतलब, पूरा जोर इस बात पर है कि कुश्ती से अब उनका कोई लेना-देना नहीं रहा.
पहलवानों पर बृजभूषण का तीखा प्रहार
बृजभूषण सिंह ने रेसलर साक्षी मलिक के रेसलिंग से सन्यास लेने के ऐलान पर कहा कि, 'पहलवान अगर अभी विरोध कर रहे हैं या साक्षी ने अलविदा कह दिया है कुश्ती को तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं, इसमें हम क्या उनकी मदद करें आप बताइए!यह पहलवान जो 12 महीने से हमें गाली देने का काम कर रहे हैं और आज भी गाली दे रहे हैं उनको गाली देने का हक किसने दिया है.'
बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'आज वह चुनाव पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं कांग्रेस के गोद में जाकर बैठे हैं, आज देश का कोई भी रेसलर उनके साथ नहीं है उनकी क्या मदद करें क्या हम फांसी पर लटक जाए.'
रेसलिंग से सन्यास लेने के बाद साक्षी
इस मामले पर साक्षी मलिक ने कहा कि, 'मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद कम है. फेडरेशन के नए अध्यक्ष संजय सिंह पुराने अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बेहद करीबी हैं.' उनकी जीत के बाद अब पहलवानों का कहना है कि, 'बृजभूषण के करीबी के अध्यक्ष बनने के बाद अब उन्हें इंसाफ मिलने की उम्मीद और कम हो गई है. '
साक्षी मलिक ने रेसलिंग से सन्यास लेने के बाद कहा कि,'पहलवानों की लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ थी. हम चाहते थे कि उसका कब्जा फेडरेशन से हट जाए. सरकार से हमारी बात हुई थी कि फेडरेशन में कोई महिला अध्यक्ष हो, ताकि शोषण की शिकायतें ना आएं. सरकार ने हमारी इस मांग को स्वीकार भी किया था, लेकिन अब रिजल्ट कुछ और ही आया है, जो सबके सामने है. बृजभूषण का राइट हैंड और उसका बिजनेस पार्टनर ही फेडरेशन का अध्यक्ष बन गया है.'