Budget Session 2025: संसद का बजट सत्र 2025 शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दोनों सदनों को संबोधित करने के साथ शुरू होगा. सुबह11 बजे राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा, जिसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. यह ध्यान देने योग्य है कि वित्त मंत्री शनिवार को अपना 8वां लगातार बजट पेश करेंगी और फिर दोनों सदन सोमवार को राष्ट्रपति मुर्मू के संसद में अभिभाषण पर चर्चा करेंगे.
संसदीय बुलेटिन के अनुसार बजट सत्र दो चरणों में होगा. आम बजट सत्र का पहला पार्ट 31 जनवरी से शुरू होगा. जिसमें 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा और 13 फरवरी को समाप्त होगा. वहीं सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च को शुरू होगा और 4 अप्रैल को समाप्त होगा.
बुलेटिन में कहा गया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तीन दिन, यानी सोमवार, 3 फरवरी, 4 और 6 फरवरी 2025 अनंतिम रूप से आवंटित किए गए हैं. जिसे एक सदस्य द्वारा पेश किया जाएगा और दूसरे सदस्य द्वारा अनुमोदित किया जाएगा. जैसा कि परंपरा है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले वित्तीय वर्ष - 2025-26 के लिए बजट प्रस्तुति से एक दिन पहले संसद में अर्थव्यवस्था की पूर्व-बजट विस्तृत स्थिति का दस्तावेज पेश करेंगी. आर्थिक सर्वेक्षण लोकसभा में दोपहर 12 बजे और राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा.
वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार और मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार किया गया आर्थिक सर्वेक्षण दस्तावेज़, 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के लिए अर्थव्यवस्था की स्थिति और विभिन्न संकेतकों और अगले वित्त वर्ष के लिए कुछ दृष्टिकोण प्रदान करता है. अर्थव्यवस्था सर्वेक्षण दस्तावेज़ शनिवार को पेश किए जाने वाले 2025-26 के वास्तविक बजट के स्वर और बनावट के बारे में भी कुछ जानकारी दे सकता है.
केंद्रीय बजट से पहले आगामी सत्र के दौरान सदन में सुचारू चर्चा आयोजित करने में विपक्षी नेताओं से सहयोग की भी अपील की. उन्होंने कहा कि 31 जनवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होगा. इससे पहले 30 जनवरी को हमने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अच्छा और संतुलित बजट पेश करेंगी.किरेन रिजिजू ने संसद के पिछले शीतकालीन सत्र का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पिछले दो सत्रों में संसद में कुछ 'हंगामा' हुआ, जिससे हमारी संसद की छवि खराब हुई. मैं विपक्षी नेताओं और अन्य सांसदों से अपील करना चाहता हूं कि वे सत्र के दौरान संसद में चर्चा में हिस्सा लें और चर्चा करें. अगर विपक्ष संसद को चलने दे, तो चर्चा आसानी से हो सकती है.