AAP नेता के घर सीबीआई की छापेमारी, पार्टी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए आप सांसद संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी (आप) को खत्म करने के लिए हर हथकंडा आजमाने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की आलोचना की.

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Courtesy: Social Media

CBI raids AAP leaders House:  केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI ने गुरुवार की सुबह आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दुर्गेश पाठक के आवास पर छापेमारी की. पार्टी की ओर से इस छापेमापी का दावा किया गया. वहीं राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने एक्स पर इसकी घोषणा की और दावा किया कि छापेमारी राजनीति से प्रेरित थी.

संदीप पाठक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि गुजरात चुनाव 2027 के लिए सह-प्रभारी नामित किए जाने के कुछ ही दिनों बाद आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक के आवास पर आज सुबह सीबीआई की छापेमारी एक जोरदार संदेश देती है कि भाजपा स्पष्ट रूप से गुजरात में आप को एक बढ़ते खतरे के रूप में देखती है और इसके बढ़ते प्रभाव से घबरा गई है.

विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम का उल्लंघन

अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए आप सांसद संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी (आप) को खत्म करने के लिए हर हथकंडा आजमाने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की आलोचना की. राज्यसभा सांसद ने एक्स पर कहा कि बीजेपी का गंदा खेल फिर शुरू हो गया है. सीबीआई गुजरात के सह-प्रभारी दु्र्गेश पाठक के घर पहुंच गई है. मोदी सरकार ने आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए हर हथकंडा आजमाया है, लेकिन फिर भी शांति नहीं है. गुजरात में बीजेपी की हालत खराब है. जैसे ही उन्हें गुजरात का सह-प्रभारी बनाया गया, उन्हें धमकाने के लिए सीबीआई भेज दी गई.

मनी लॉन्ड्रिंग सैे जुड़ा मामला

 ईडी ने मंगलवार को पर्ल एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत आप विधायक कुलवंत सिंह के मोहाली स्थित आवास पर तलाशी ली. दिल्ली से ईडी अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से जनता लैंड प्रमोटर्स लिमिटेड (जेएलपीएल) इलाके में सिंह के घर पर छापेमारी की. जो उनके रियल एस्टेट कारोबार से भी जुड़ा है. हालांकि सिंह मौके पर नहीं थे, लेकिन कार्रवाई के दौरान उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई. सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी PACL की व्यापक जांच से जुड़ी है. जिस पर रियल एस्टेट उपक्रमों के नाम पर निवेशकों से बड़ी रकम इकट्ठा करके पोंजी स्कीम चलाने और फिर पैसे वापस न करने का आरोप है. PACL के निदेशकों ने कथित तौर पर इन फंडों को कई स्थानों पर विभिन्न शेल कंपनियों में डायवर्ट किया. सिंह से पहले ईडी ने ड्रग तस्करी से जुड़े एक अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की थी.

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