नयी दिल्ली: 22 जनवरी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बुधवार को कहा कि देशभर में करीब 500 ‘स्ट्रोक’ केंद्र संचालित हैं और केंद्र सरकार विशिष्ट देखभाल के लिए इस नेटवर्क का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है.
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित ‘नेशनल स्ट्रोक समिट 2025’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘रोकथाम के महत्व को समझते हुए हमने अपने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में प्राथमिक रोकथाम की रणनीतियों को प्राथमिकता दी है.’’
उन्होंने कहा कि भारत संचारी और गैर-संचारी रोगों की दोहरी चुनौती से निपट रहा है और ऐसे में स्ट्रोक की रोकथाम महत्वपूर्ण है.
श्रीवास्तव ने कहा कि देश में संचारी रोगों के नियंत्रण में महत्वपूर्ण प्रगति की गई है, वहीं वैश्विक मृत्यु दर में 74 प्रतिशत मामले गैर-संचारी रोगों के होते हैं और भारत में इनसे 66 प्रतिशत मौतें होती हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘स्ट्रोक की बड़े स्तर पर रोकथाम की जा सकती है जो अक्सर मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं की वजह से आते हैं.’’
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने स्ट्रोक देखभाल के उपाय, विशेष इकाइयां और चल स्ट्रोक इकाइयां स्थापित करने के लिए विशेष अध्ययन किए हैं.
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘इस समय करीब 500 स्ट्रोक देखभाल इकाइयां संचालित हैं और हमारा ध्यान इस नेटवर्क का विस्तार करने पर है ताकि अगले वित्त वर्ष तक पहुंच को बढ़ाया जा सके और रोगियों के संबंध में परिणाम सुधारे जा सकें.’’
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