Chandigarh News: हिमाचल में लगातार हो रही बारिश से नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र होने का एलान कर दिया है. घोषणा करने के बाद अब सरकार की प्राथमिकता आपदा से प्रदेश को उबारने की रहेगी. वहीं हिमाचल में प्राकृतिक संकट से बाहर निकालने के लिए 11 करोड़ रुपए का दान दिया है. जबकि पंजाब में बांधों से छोड़ा जा चुका पानी जिलों के कई गांव को दोबारा जलमग्न कर रहा है. इसके साथ ही पहाड़ों में भी आपदा की स्थिति है.
बीते दिन भाखड़ा डैम से 66664 फीट, पौंग डैम से 79715 फीट पानी निकाला जा रहा है. ब्यास नदी में बढ़ते पानी के कारण होशियारपुर जिले के गांव काली बेई में एक पशुपालक की 25 भैंसें बाढ़ के पानी में डूब गईं. वहीं फिरोजपुर में पुल टूटने से 15 सरहदी गांवों का संपर्क देश से अलग हो गया है. बीएसएफ के जवानों ने फिरोजपुर के 4 गांवों से 426 लोगों को बाहर निकाल कर सुरक्षा कैंप तक पहुंचा दिया है.
हिमाचल प्रदेश राज्य में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड और बाढ़ के चलते नुकसान का आंकड़ा 8014 करोड़ के पार हो चुका है. राज्य में आई आपदा के कारण अब तक 335 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि 324 लोग घायल हैं और 37 लोग लापता बताए जा रहे हैं. लैंडस्लाइड व बाढ़ से 2022 घरों को क्षति पहुंची है.
पंजाब में अब तापमान की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सबसे ज्यादा गर्मी वाला जिला बीते दिन फरीदकोट रहा. जहां 39.1 डिग्री अधिकतम पारा मापा गया. इस वक्त 1 जून से 18 अगस्त तक सीजन की 332 एमएम बारिश हो चुकी है. वहीं अभी भी 22 में 7 जिले ऐसे भी हैं, जहां 50 फीसदी तक कम बारिश का रिकॉर्ड दर्ज हुई है. इसके साथ ही हरियाणा में गर्मी का कहर लगातार बढ़ रहा है. यहां दिन का पारा 39.2 डिग्री दर्ज की गई है.
पंजाब में 24 अगस्त तक मानसून रहने वाला है. वहीं हिमाचल में भी अभी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग के द्वारा बताया गया कि मानसून टर्फ का पश्चिमी क्षेत्र सामान्य स्थिति में है. जबकि उत्तर में हिमालय की तलहटियों की ओर बने होने से हरियाणा में भी मानसूनी बारिश में कमी आई है.