Haryana: हरियाणा में एक युवक मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया. दरअसल पुलिस ने शनिवार को बताया कि गोमांस खाने के संदेह में एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. जिसके आरोप में पांच गौरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना 27 अगस्त को चरखी दादरी जिले में हुई. उन्होंने बताया कि पीड़ित की पहचान साबिर मलिक के रूप में हुई है जो पश्चिम बंगाल का एक श्रमिक था.
पीटीआई ने अधिकारी के हवाले से बताया कि पीड़ित के गोमांस खाने के संदेह में आरोपियों ने उसे खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया. वहां उन्होंने उसकी पिटाई की. अधिकारी ने आगे बताया कि कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद, समूह मलिक को दूसरे स्थान पर ले गया और उसे फिर से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई.
मृतक बंधारा गांव के पास एक झुग्गी में रहता था और जीविका के लिए कूड़ा और कचरा इकट्ठा करता था. इस मामले में पांचों आरोपियों के अलावा दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है. भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पिछले साल फरवरी में हरियाणा के भिवानी में राजस्थान के दो मुस्लिम युवकों को कथित तौर पर 'गौरक्षक गिरोह' ने अगवा कर लिया, उन पर हमला किया, उनकी हत्या कर दी और फिर उन्हें जला दिया. दोनों के जले हुए शव बाद में एक कार में मिले थे.
मिली जानकारी के मुताबिक बजरंग दल के पदाधिकारी मोनू मानेसर उर्फ मोनू यादव पर राजस्थान पुलिस ने जुनैद (35) और नासिर (25) की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया है. घटना के बाद से फरार मानेसर को हरियाणा पुलिस ने सितंबर में गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद कई महीनों तक चली तलाश खत्म हो गई थी.
इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जब ऐसी कोई सूचना आती है, तो गांव के लोग प्रतिक्रिया करते ही हैं. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में गौमाता की रक्षा के लिए कड़ा कानून है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता. उनका कहना था कि लोगों के मन में गौमाता के लिए आस्था है, उससे उनकी भावनाएं जुड़ी हुई हैं.