Chhath Puja: महापर्व छठ को लेकर सज गई दिल्ली, खरना के बाद अर्घ्य देने की तैयारी

Chhath Puja: आज यानि रविवार को छठ व्रत करने वाले पुरुष और महिला पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे.

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हाइलाइट्स

  • बीते दिन ''खरना" मनाया गया है.
  • आज यानि रविवार को लाखों की संख्या में ढ़लते सूर्य को छठ व्रती अर्घ्य देंगी.


Chhath Puja: लोक आस्था का महान पर्व छठ पूजा की शुरूआत बीते शुक्रवार से हो गई है. जबकि बिहार के साथ उत्तर प्रदेश में भी इसे धूमधाम से मनाया जाता है. वहीं खासकर राजधानी दिल्ली में छठ व्रतियों की सुविधाओं को देखते हुए सरकार की तरफ से विशेष इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि बीते शुक्रवार को पहले दिन नहाए खाए के साथ महापर्व की शुरुआत हो गई है. जिसके बाद छठ व्रती 36 घंटे की निर्जला उपवास में हैं. इस व्रत की विशेषता है कि, महापर्व पूरा होने तक व्रती पानी तक नहीं पीती हैं.  

बीते दिन मनाया गया खरना

आपको बता दें कि बीते दिन ''खरना" मनाया गया है. जिसमें संध्या के समय गुड़ से बनी खीर का प्रसाद मनाया जाता है. वहीं इस खीर के साथ रोटी और चावल के आटे की बनी लड्डू बनाकर प्रसाद के तौर पर छठी मईया को चढ़ाया जाता है. इसके बाद इसे व्रती के साथ-साथ परिवार और विभिन्न लोग प्रसाद के तौर पर ग्रहण करते हैं. जानकारी दें कि आज यानि रविवार को लाखों की संख्या में ढ़लते सूर्य को छठ व्रती अर्घ्य देंगी, और छठी माई से अपने परिवार की रक्षा करने की प्रार्थना करेगी. 

छठ घाटों पर लोगों की रहेगी भीड़ 

बता दें कि आज शाम के समय छठ घाटों पर गजब की चहल-पहल देखी जाएगी. वहीं छठ व्रत करने वाले पुरुष और महिला पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे. जिसमें एक सूप में केला, नारियल, नारंगी, नाशपाती के साथ-साथ ठेकुआ बनाकर सूर्य देव को चढ़ाया जाएगा. 

1000 घाट की दिल्ली में व्यवस्था 

मिली जानकारी के मुताबिक यमुना के तटों पर विशेष तैयारी की गई है. इसके साथ ही छठ को लेकर दिल्ली भर में 1000 घाट बनाए गए हैं. वहीं दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने बीते दिन बताया कि, सरकार ने शहर के अंदर 1,000 से ज्यादा छठ घाट की व्यवस्था की हैं. जबकि अधिकारियों का कहना है कि मयूर विहार फेज-3 में बने अस्थायी घाटों के निरीक्षण के दरमियान मंत्री ने जिला प्रशासन व पुलिस को सारे घाटों पर कड़ी नजर बनाए रखने का आदेश दिया है. जिससे की घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो.