बेंगलुरू: भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती बी.एम. और शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश एमयूडीए भूखंड आवंटन ‘घोटाले’ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से बच नहीं सकते.
वह पार्वती को मंगलवार को जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए ईडी द्वारा दिए गए नोटिस पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, पार्वती, उनके रिश्तेदार मल्लिकार्जुन स्वामी और अन्य आरोपी हैं.
पार्वती पर मैसूरु के केसारे गांव में उनकी लगभग तीन एकड़ जमीन के अधिग्रहण के बदले मैसूरु के पॉश इलाके में मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के 14 भूखंड हासिल करने का आरोप है.
लोकायुक्त पुलिस के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले में धन शोधन के आरोपों की जांच कर रहा है.
विजयेंद्र ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री की पत्नी और बिरथी सुरेश जांच एजेंसी से बच नहीं सकते.’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि उनके पास यह जानकारी है कि लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में सिद्धरमैया और अन्य को क्लीनचिट देते हुए उच्च न्यायालय में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है.
विजयेंद्र ने कहा कि पार्वती द्वारा एमयूडीए आयुक्त को भूखंड वापस करने के लिए पत्र लिखने के बाद मुख्यमंत्री ने सोचा था कि वह एमयूडीए ‘घोटाले’ में बच जाएंगे, लेकिन उन्हें ईडी के नोटिस से झटका लगा होगा.
(इस खबर को भारतवर्ष न्यूज की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)