Chinese Embassy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरु किए गए टैरिफ का असर पूरे दुनिया पर पड़ा है. सभी देशों के मार्केट में उथल-पुथल मची हुई है. अमेरिका अप्रत्यक्ष रुप से अपने देश से विदेशी नागरिकों को कम से कम करने की कोशिश में लगा है, हालांकि इसी बीच चीन भारत की ओर एक दोस्ती का हाथ बढ़ाता नजर आ रहा है.
चीन की ओर से इस साल 85 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को वीजा जारी किया है. जो की दोनों देशों के बीच अच्छे और मजबूत रिश्ते को प्रदर्शित करता है. भारत में रह रहे चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने अधिक भारतीयों को चीन आने के लिए आमंत्रित किया है.
जू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इस साल भारत में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने चीन की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को 85,000 से अधिक वीजा जारी किए हैं. उन्होंने अधिक भारतीयों को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारतीय मित्रों का चीन आने और खुले, सुरक्षित, जीवंत, ईमानदार और मैत्रीपूर्ण चीन का अनुभव करने के लिए स्वागत करते हैं. चीनी दूतावास का यह संदेश उस वक्त आया है जब अमेरिका के संबंध अन्य देशों के साथ थोड़े कमजोर हो रहे हैं. ट्रंप सरकार विशेष रुप से चीन को सबक सीखाना चाहती है, जिसके लिए अमेरिका द्वारा चीन पर 145 प्रतिशत का टैरिफ लगाया गया है. अमेरिका और चीन प्रमुख व्यापारिक साझेदार और शीर्ष आर्थिक प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं. ऐसे में चीन हर तरीके से अमेरिका को कमजोर करने की कोशिश में जुटा है.
चीन ने अमेरिका के साथ विवाद के बीच भारत सरकार से अपील की थी कि अमेरिका द्वारा टैरिफ का दुरुपयोग कहे जाने वाले विरोध में उसके साथ खड़ा हो. भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की और कहा कि चीन की स्थिर आर्थिक वृद्धि, नवाचार और मजबूत विनिर्माण आधार ने दुनिया के लिए सकारात्मक लाभ प्रदान किए हैं. उन्होंने कहा कि भारत और चीन को विकासशील देश होने के नाते अमेरिकी टैरिफ कार्रवाइयों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए. उन्होंने अपने व्यापार संबंधों को पूरक और पारस्परिक रूप से लाभकारी बताया.