नई दिल्ली: प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) प्रायोगिक परियोजना (पायलट प्रोजेक्ट) का दूसरा दौर 9 जनवरी से शुरू हुआ और पहले दौर में साझेदार कंपनियों ने 60,866 उम्मीदवारों को 82,077 पेशकश की. सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
आम बजट 2024-25 में इस योजना का ऐलान किया गया था, और इसका मुख्य उद्देश्य अगले पांच वर्षों में भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है. इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट 3 अक्टूबर, 2024 को शुरू किया गया था, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1.25 लाख इंटर्नशिप अवसर देने का लक्ष्य रखा गया था.
कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हरीश मल्होत्रा ने राज्यसभा में इस योजना की सफलता की जानकारी देते हुए बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट के दौरान, कंपनियों ने 1.27 लाख से अधिक इंटर्नशिप अवसर प्रदान किए. इसके साथ ही 1.81 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने इस योजना में आवेदन किया, और लगभग 6.21 लाख आवेदन प्राप्त हुए.
मंत्री ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के पहले चरण में, 60,866 उम्मीदवारों को कुल 82,077 इंटर्नशिप ऑफर किए गए थे. इनमें से 29 जनवरी 2025 तक 28,141 उम्मीदवारों ने इन ऑफर्स को स्वीकार कर लिया है.
हरीश मल्होत्रा ने यह भी जानकारी दी कि पीएमआईएस का दूसरा दौर 9 जनवरी से शुरू हो चुका है. इस दौर में, कंपनियां नई इंटर्नशिप अवसरों को पोस्ट करने के साथ-साथ पहले से खाली पड़े अवसरों को भी अपडेट कर रही हैं.
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं को पेशेवर अनुभव हासिल करने का बेहतरीन अवसर प्रदान कर रही है. यह योजना न केवल युवा उम्मीदवारों के कौशल विकास को बढ़ावा देती है, बल्कि कंपनियों के लिए भी एक मजबूत कार्यबल तैयार करने में मदद करती है.
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