INDIA Alliance: लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए बने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में अभी तक सीट के बटवारें को लेकर चर्चा नहीं हो पाई है. इसी बीच कांग्रेस जल्द ही गठबंधन में सीट की शेयरिंग को लेकर अन्य दलों के साथ चर्चा शुरू करने वाली हैं. बता दें, कि चर्चा को लेकर कांग्रेस जनवरी के पहले हफ्ते में विपक्षी दलों के साथ बैठक करेगी.
दरअसल दिल्ली में 19 दिसंबर को हुई बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम विपक्ष के प्रधानमंत्री चेहरे के लिए आगे रखा था. लेकिन खरगे द्वारा कहा गया था कि इस गठबंधन की पहली प्राथमिकता लोकसभा में जीत हासिल करने की है.
इस दौरान गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना रुख साफ करते हुए कहा वे पश्चिम बंगाल में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी. उन्होंने कहा की इंडिया गठबंधन भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेगा. लेकिन वह अकेले बंगाल में बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगी. वहीं इससे पहले ममता बनर्जी ने बंगाल में वाम दलों और कांग्रेस पर भाजपा के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया था. उन्होंने उत्तर परगना जिले के देगांग में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं पर 'चोर' का ठप्पा लगा रही है.
ममता ने कहा कि भाजपा नागरिकता के मुद्दे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए कर रही है. साथ ही इस मुद्दे पर लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है.
इस दौरान शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय रावत ने कहा कि सीट बटवारें पर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि हम टूट के बाद भी महराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है. हम हमेशा से 23 सीटों पर चुनाव लड़ते आए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में हमने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार भी हम इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, और हमारी बात कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ जारी है. हमने कहा है कि हम महाराष्ट्र के लिए हमेशा से 23 सीटों पर लड़ते आए हैं और हमने पहले ही तय किया था कि जीती हुई सीटों पर बाद में बात होगी.
उन्होंने कहा कांग्रेस ने महाराष्ट्र में एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल की है. वह यहां पर जीरो से शुरुआत करेगी लेकिन कांग्रेस महा विकास अघाड़ी में हमारा खास साथी है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना मिलकर काम करेंगे और इससे ना हमें, एनसीपी या कांग्रेस हाईकमान को कोई भी दिक्कत नहीं है.