गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ ने एक खूंखार आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है, जिसने राम मंदिर को ध्वस्त करने की चौंकाने वाली साजिश का पर्दाफाश किया है. उसने बताया कि उसके हैंडलर ने उसे हमले के लिए दो हैंड ग्रेनेड दिए थे, लेकिन उसे मौके का इंतजार करने के लिए फरीदाबाद में रहने का निर्देश दिया गया था.
दिल्ली के पास फरीदाबाद से गिरफ्तार अब्दुल रहमान ने जांच एजेंसियों को जानकारी दी. उसने कबूल किया कि उसने दो बार राम मंदिर की रेकी की थी. मंदिर पर ग्रेनेड फेंकने की साजिश थी, लेकिन इससे पहले कि वह अपनी योजना को अंजाम दे पाता, गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. एजेंसियों के मुताबिक, उसके हैंडलर ने अपने एक सहयोगी के जरिए उसे ये हथगोले मुहैया कराए थे.
Big Terror Plot to attack Ayodhya Ram Mandir by Muslim terrorists averted.
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) March 3, 2025
Terrorist Abdul Rehman wanted to attack Ram Mandir in Ramadan. His Links with Pak's ISI is found.
2 live Hand Grenades recovered. Arrested in Joint Ops by Gujarat and Haryana ATS from Faridabad.
This… pic.twitter.com/b5adJeG8Vu
पुलिस ने अब्दुल से दोनों हथगोले भी जब्त कर लिए हैं. दिलचस्प बात यह है कि इन बमों पर किसी देश या कंपनी का हस्ताक्षर नहीं है, जिससे इनके निर्माण को लेकर संदेह पैदा होता है. शुरुआती पूछताछ के अनुसार, एजेंसियों का कहना है कि अब्दुल पाकिस्तान में बैठे एक आतंकी के संपर्क में था. उसने खुलासा किया कि वह फैजाबाद से ट्रेन से दिल्ली एक धार्मिक समागम (जमात) में शामिल होने आया था और वहां उसकी मुलाकात उसके हैंडलर से हुई. अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि वह किससे संपर्क में था.
अब्दुल ने पुलिस को बताया कि उसके पास राम मंदिर को निशाना बनाने के लिए सामान है, लेकिन हैंडलर ने उसे उचित समय आने तक फरीदाबाद में इंतजार करने को कहा. पुलिस को लगता है कि इस साजिश में अब्दुल के साथ कुछ और लोग भी शामिल हैं. पुलिस उन संभावित परिचितों की तलाश कर रही है. इस पृष्ठभूमि पर अब्दुल को अदालत में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उससे आगे की पूछताछ के लिए 10 दिन की हिरासत हासिल की.