Economic Survey 2024: देश की बढ़ी इकोनॉमी, वित्त मंत्री ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण

मॉनसून सत्र की शुरूआत हो गई है. 23 जुलाई को संसद में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश होना है. इससे पहले सरकार ने एक सर्वें किया है. जिसे आज के सदन में पेश किया गया. दरअसल इस इकोनॉमिक सर्वे में सरकार ने अपना पूर फोकस एग्रीकल्चर सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर और PPP पर ही किया है. Modi सरकार के तीसरे कार्यकाल में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण FY25 में भारत की जीडीपी को लेकर जिक्र किया गया.

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Economic Survey 2024: मॉनसून सत्र की शुरूआत हो गई है. 23 जुलाई को संसद में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश होना है. इससे पहले सरकार ने एक सर्वें किया है. जिसे आज के सदन में पेश किया गया. दरअसल इस इकोनॉमिक सर्वे में  सरकार ने अपना पूर फोकस एग्रीकल्चर सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर और PPP पर ही किया है. Modi सरकार के तीसरे कार्यकाल में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण FY25 में भारत की जीडीपी को लेकर जिक्र किया गया. 

इसमें कहा गया कि देश की जीडीपी ग्रोथ (India GDP Growth) का अनुमान 6.5 से 7 फीसदी तक है. इसके साथ ही ये अमुमान जताया गया है कि  देश की इकोनॉमी 8.2% की रफ्तार से बढ़ेगी. वहीं, इस इकोनॉमिक सर्वे में बैंकों के घटते NPA और आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए LPG, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती का भी जिक्र किया गया है.

मंहगाई का भी इकोनॉमिक सर्वे में जिक्र

देश में बढ़ी मंहगाई को लेकर भी इकोनॉमिक सर्वे में जिक्र किया गया है. जिसमें बढ़ती मंहगाई को रोकने के लिए सरकार ने जो कदम उठाए है. उसकी भी तारीफ की गई है. बजट पेश होने से एक दिन पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के पटल पर इकोनॉमिक सर्वे पेश किया. तो आइए इसे प्वाइंट में समझते हैं. 

इकोनॉमिक सर्वे के कुछ प्वाइंटर

-FY24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2% की ग्रोथ से बढ़ी
- FY24 में ऊंची ग्रोथ पिछले दो वित्त वर्षों में 9.7% और 7% की ग्रोथ रेट के बाद आई
-वैश्विक और सप्लाई चेन की चिंताओं, मॉनसून की अनिश्चतता से महंगाई पर दबाव
-प्रशासनिक और मॉनिटरी पॉलिसी से महंगाई के संकट से चतुराई से निपटा गया
-FY24 के दौरान चालू खाता घाटा (CAD) GDP का 0.7% रहा है
-जो कि FY23 के दौरान रहे 2% के चालू खाता घाटा से सुधार को दर्शाता है
-भारत के बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों ने FY24 में शानदार प्रदर्शन किया है
 -बैंकों के लोन में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली, ग्रॉस और नेट NPA कई साल के निचले स्तरों पर हैं
-ग्लोबल एनर्जी प्राइस इंडेक्स में FY24 के दौरान तेज गिरावट देखने को मिली
- सरकार ने LPG, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का ऐलान किया
- इसका नतीजे ये हुआ कि रिटेल ईंधन महंगाई दर FY24 में नीचे बनी रही
 -अगस्त 2023 में, LPG कीमतों में 200 रुपये/सिलेंडर की कटौती की गई थी
 -मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये/लीटर की कटौती की
 -पेट्रोल-डीजल की रिटेल महंगाई भी मार्च 2024 में डिफ्लेशन जोन में चली गई
 

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