Tejas Fighter Jet: केंद्र सरकार की ओर से लगातार सशस्त्र बालों को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में रक्षा अधिग्रहण परिषद् ने भारतीय वायुसेना के लिए 97 तेजस फाइटर जेट और 150 प्रचंड हेलीकॉप्टर के खरीद को मंजूरी दे दी है. बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद् ने आज मेगा खरीद परियोजनाओं और सुखोई-30 उन्नयन कार्यक्रम से सरकारी खजाने पर 1.3 लाख करोड़ रुपये की लागत के भारतीय वायुसेना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
प्रधानमंत्री ने की थी तारीफ
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी थी. प्रधानमंत्री ने इसके बाद इस स्वदेशी विमान की जमकर तारीफ की थी और स्वदेशी क्षमताओं पर भरोसा जताया था. प्रधानमंत्री से सराहना मिलने के बाद वायुसेना ने 97 नए तेजस खरीदने का प्रपोसल दिया था, जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिहग्रहण परिषद् ने आज स्वीकार कर लिया है. बता दें कि इससे पहले साल 2021 में भारतीय वायुसेना ने 83 तेजस जेट विमान खरीदने के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड [एचएएल] के साथ डील की थी. वहीं अब 97 नए लड़ाकू विमान खरीदने की मंजूरी मिलने के बाद वायुसेना में 180 तेजस विमान शामिल हो जाएंगे.
हर मौसम में काम कर सकता है तेजस
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये हल्के वजन का विमान है. जिसकी वजह से ऑपरेशन के दौरान ये काफी मददगार साबित होगा. इसका वजन सिर्फ 6,560 किलोग्राम है. तेजस की बॉडी एल्युमीनियम, लीथियम एलॉय, कार्बन फाइबर कंपोजिट्स और टाइटेनियम एलॉय स्टील से बनाया गया है. तेजस की स्पीड 1.6 मैक है. इसके अलावा इसकी लैंडिंग और टेक ऑफ कम जगह में भी आसानी से की जा सकती है. साथ ही इसमें लगे रडार के कारण यह हवा से हवा और हवा से जमीन में वार करने में कारगर है. इसके साथ ही तेजस लड़ाकू विमान हर तरह के मौसम में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है.
क्या है प्रचंड हेलीकाप्टर की खासियत
प्रचंड हेलीकाप्टर को खासतौर पर भारतीय सशस्त्र बालों के द्वारा रेगिस्तानी और ऊंचाई वाले क्षत्रों में सञ्चालन के लिए बनाया गया है. बता दें कि प्रचंड दुनिया का एकमात्र ऐसा लड़ाकू हेलीकॉप्टर है जो 5000 मीटर (16400 फीट) की ऊंचाई पर उतर सकता है और आसानी से उड़ान भर सकता है। यही कारण है कि प्रचंड सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बिलकुल उपयुक्त माना जाता है. इसके साथ ही प्रचंड हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागने में भी सक्षम है और दुश्मन के हवाई रक्षा अभियानों को नष्ट कर सकता है