Delhi News: आम आदमी पार्टी (आप) ने बीते दिन बताया कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार है, तो उसके साथ गठबंधन करने का कोई मतलब ही नहीं बनता है. कांग्रेस नेता अलका लांबा की टिप्पणी करने के बाद आप पार्टी का ये बयान सामने आया है. जिसमें लांबा ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में उन्हें 2024 के चुनाव के लिए सभी 7 सीटों पर तैयारी करने की सलाह दी गई है.
कांग्रेस एंव आप विपक्षी दलों के INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस) का भाग है. आप पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बताया कि अलका लांबा के बयान के उपरांत उनका नेतृत्व ‘INDIA’ की मुंबई बैठक में शामिल होने पर विचार विमर्श करेगा. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एंव सांसद राहुल गांधी ने बीते दिन लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिल्ली के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. वहीं संगठन को मजबूत बनाने पर चर्चा करते दिखे.
प्रियंका कक्कड़ ने बताया कि अगर कांग्रेस ने मन बना लिया है कि दिल्ली में वो हमारे साथ गठबंधन नहीं करना चाहते तो ‘INDIA’ की बैठक में शामिल होकर अपना समय खराब करने का कोई मतलब ही नहीं बनता है. हमारा शीर्ष नेतृत्व ये निश्चय करेगा कि ‘INDIA’ गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होना है या नहीं. प्रियंका कक्कड़ ने पीटीआई-वीडियो के बारे में बताया कि ये कांग्रेस थी. जिसने दिल्ली में गठबंधन बनाने के लिए आप पार्टी से मिलें. क्योंकि उनका दिल्ली में कुछ भी नहीं बचा है.
आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं ने भी अपनी भावनाएं जताई. विधायक विनय मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस को अपना रास्ता साफ करने की आवश्यकता है. मिश्रा ने कहा अगर कांग्रेस इस तरह के बयान देती रही तो ‘INDIA’ गठबंधन का कोई मतलब नहीं रहने वाला. आगे बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एंव दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल देश एंव दिल्ली की जनता के हित में फैसला लेंगे. वहीं आप नेता सोमनाथ भारती का कहना है कि हर किसी को ये एहसास करने की जरूरत है कि हमें अपनी इच्छओं को अलग रखकर देश एंव संविधान के बारे में सोचना चाहिए.
अलका लांबा का कहना है कि उन्हें साल 2024 के चुनावों से पूर्व सभी 7 सीटों पर मजबूती से अपना कार्य करने का निर्देश मिला है. उन्होंने कहा कि गठबंधन करना है या नहीं करना है. इस मुद्दे पर कोई निर्णय अभी नहीं लिया गया है.