Delhi: प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर ट्वीट करके की उत्तराखंड के विशेष स्थानों की चर्चा

Delhi: अगर आप भी पहाड़ घूमने के शौकिन हैं तो, आपके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने एक अच्छी सलाह दी है. आप अगर अपने परिवार के साथ उत्तराखंड घूमने का सोच रहे हैं, तो पार्वती कुंड, जागेश्वर जाना बिल्कुल न भूलें. दरअसल मोदी ने बीते दिन अपने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करके बीते बृहस्पतिवार […]

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Delhi: अगर आप भी पहाड़ घूमने के शौकिन हैं तो, आपके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने एक अच्छी सलाह दी है. आप अगर अपने परिवार के साथ उत्तराखंड घूमने का सोच रहे हैं, तो पार्वती कुंड, जागेश्वर जाना बिल्कुल न भूलें. दरअसल मोदी ने बीते दिन अपने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करके बीते बृहस्पतिवार को किए दौरे की कुछ तस्वीरें शेयर करके लिखा, अगर कोई पूछे कि उत्तराखंड में एक स्थान जरूर देखनी चाहिए, वह कौन सी जगह होगी, तो कहूंगा कि आपको राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में पार्वती कुंड व जागेश्वर मंदिर को जरूर देखने की आवश्यकता है.

एक्स पर पीएम ने लिखा

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे बताया कि, इन दोनों स्थानों पर प्राकृतिक सुंदरता के साथ दिव्यता मंत्रमुग्ध कर देने वाली है. वहीं उन्होंने कहा कि बेशक, उत्तराखंड में घूमने लायक कई मशहूर जगह हैं, किन्तु मैंने भी राज्य का दौरा किया, मेरे उत्तराखंड के दौरे में सबसे यादगार अनुभव के रूप में केदारनाथ व बद्रीनाथ के पवित्र स्थान मौजूद हैं, परन्तु कई सालों के उपरांत पार्वती कुंड एवं जागेश्वर मंदिर के दर्शन करना बेहद खास अनुभव रहा है.

जागेश्वर कहा पर है मौजूद

उत्तराखंड के अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है. अगर आप जाना चाहते हैं तो, अल्मोड़ा तक अपने वाहन और बस से जाया जा सकता है. वहीं समुद्रतल से 6,200 फुट की ऊंचाई पर स्थित ये मंदिर बेहद चमत्कारी है. वहीं ये पत्थर से बने 124 छोटे-छोटे मंदिर भी हैं. ये कहा जाता है कि, शिवपूजन की सबसे पहली परंपरा की शुरूआत यहीं से हुई थी.

पीएम की यात्रा से कई लाभ

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते दिन बताया कि, प्रधानमंत्री मोदी की पार्वती कुंड व जागेश्वर धाम की यात्रा ने स्थानीय समुदाय की समृद्धि का रास्ता बनाया है. वहीं कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पर्यटन की दृष्टि को केवल धारचूला विकासखंड को ही नहीं पूरे प्रदेश को लाभ मिलने वाला है. इसके साथ ही विकास कार्य तेज होंगे एवं पर्यटन को एक वैश्विक पहचान हासिल होगी.