Weather Update: दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों जैसे गाजियाबाद, नोएडा में शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा. जिससे दृश्यता शून्य हो गई और यातायात में भारी समस्याएं उत्पन्न हुईं. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) ने उड़ानों पर संभावित प्रभाव को लेकर सतर्कता जारी की है. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में भी गिरावट आई है. जिससे लोग खासकर सांस संबंधी समस्याओं से प्रभावित हो रहे हैं. समीर ऐप के अनुसार, शुक्रवार सुबह 6:05 बजे दिल्ली का AQI 409 था, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है.
कोहरे के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में तेज़ गिरावट देखने को मिली है. जिससे पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. इसके कारण केंद्रीय पैनल ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन के तहत ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज 3 प्रदूषण विरोधी प्रतिबंधों को फिर से लागू किया. शुक्रवार को दिल्ली का AQI 357 पर पहुंच गया, जबकि बुधवार को यह 297 था. इस बदलाव का मुख्य कारण शांत हवाएं और कोहरा था.
#WATCH | Visibility reduced to zero as a blanket of dense fog witnessed in parts of Delhi-NCR
— ANI (@ANI) January 10, 2025
(Visuals from Barapullah flyover) pic.twitter.com/LYxczfspaz
GRAP के स्टेज 3 के तहत कई कठोर उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध और प्रदूषण की रोकथाम के लिए अन्य आवश्यक कदम शामिल हैं. इसके अलावा हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अधिकारियों को स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और कोहरे के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. अधिकारियों को वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है. नागरिकों को भी इस समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.
Update issued at 04:25 hours.
— Delhi Airport (@DelhiAirport) January 9, 2025
Kind attention to all flyers!#DelhiAirport #FogUpdate pic.twitter.com/Ocm8cx9B0U
सीएक्यूएम (Central Air Quality Management) के अनुसार, AQI की विभिन्न श्रेणियों को वर्गीकृत किया गया है. 0 से 50 तक के AQI को ‘अच्छा’ माना जाता है, जबकि 401 से 500 तक के AQI को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है. जैसे कि वर्तमान में दिल्ली में देखा गया है. सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2017 की तुलना में 12 प्रतिशत प्रदूषण में कमी आई है, लेकिन फिर भी यह शहर अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने से दूर है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिल्ली ने 2019 के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत निर्धारित 131 शहरों में से केवल 31 प्रतिशत ही निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर पाए हैं.