Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में राम मंदिर 23 जनवरी से दर्शन के लिए खुल गया है. जिसके बाद से रामभक्तों की भारी भीड़ रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रही है. पुलिस और प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा के लिए यहां पूरी व्यवस्था की है. राम मंदिर ट्रस्ट ने बताया है कि बीते दिन बुधवार को 2.5 लाख लोगों ने मंदिर के दर्शन किए, जबकि पहले दिन 5 लाख लोग राम मंदिर पहुंचे थे.
प्रशासन की तरफ से अयोध्या में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है. अयोध्या में भक्तों के दर्शन के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं की जा रही हैं. साथ ही भक्तों की सुरक्षा को लेकर किस तरह के कदम उठाए गए हैं. यहां पढ़ें...
कई जिलों में की गई नाकेबंदी
खबरों के अनुसार, अयोध्या जिला प्रशासन ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए शहर की सीमाओं को कुछ देर के लिए सील कर दिया. आरएएफ और सीआरपीएफ के जवानों को मंदिर परिसर के बाहर तैनात किया गया. वहीं, प्रशासन की तरफ से कई जिलों जैसे बाराबांकी, सुल्तानपुर और अमेठी बस्ती, गोंडा, अंबेडकर नगर से रास्ता बंद करने के लिए सीमा से 15 किलोमीटर पहले नाकेबंदी कर दी है. केवल आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले अन्य लोगों को जिले के कुछ हिस्सों में एंट्री की दी जा रही.
राम मंदिर दर्शन और पूजन का समय बढ़ा
भक्तों की सुविधा को देखते हुए राम मंदिर दर्शन और पूजन के समय को बढ़ाया गया है. सुबह 7 बजे से रात 7 बजे तक की टाइमिंग में बदलाव कर अब दर्शन का समय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक कर दिया गया है. वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर और भीड़ पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने अयोध्या तक चलने वाली सरकारी बसों और ट्रेनों को भी रद्द कर दिया है. अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि हम स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को फैजाबाद में प्रवेश करने की अनुमति दी है.
दर्शन के लिए बनाए गए एग्जिट-एंट्री प्लान
राम मंदिर में भक्त सहुलियत के साथ दर्शन कर सकें इसके लिए एग्जिट-एंट्री प्लान के तहत राम जन्मभूमि पथ से आने वाले भक्तों को पहले अपने सामान की एक्स-रे जांच करवानी होगी.यहां से उन्हें एक अन्य फैसिलिटी में ले जाया जा रहा है, जहां सामान रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं. मोबाइल और जूतों को रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं. सात ऑटोमैटिक लगैज एक्स-रे स्कैनर्स लगाए गए हैं और मंदिर में एंट्री-एग्जिट प्लान सेट किया गया है, ताकि भक्तों की भीड़ एक जगह इकट्ठा नहीं हो पाए.