Farmers Protest: केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन तेज करते हुए पंजाब के किसानों ने घोषणा की है कि बुधवार से 111 किसान काले कपड़े पहनकर शांतिपूर्वक आमरण अनशन पर बैठेंगे. यह निर्णय किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के आमरण अनशन के 50वें दिन पर लिया गया है.
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का स्वास्थ्य दिनोंदिन खराब होता जा रहा है. डॉक्टरों ने बताया कि उनके कीटोन स्तर में वृद्धि हो रही है और मांसपेशियों में भारी कमी आई है. उन्हें पानी पीने में भी कठिनाई हो रही है और कई अंग ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. इसके बावजूद दल्लेवाल ने अब तक किसी भी चिकित्सा सहायता को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और अन्य किसान संगठनों के तहत किसान लंबे समय से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं. दल्लेवाल ने 26 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू की थी और मांग की है कि सरकार इस पर सकारात्मक कदम उठाए. मंगलवार को खनौरी धरना स्थल पर किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने मीडिया से कहा कि बुधवार दोपहर 2 बजे से 111 किसानों का जत्था काले कपड़े पहनकर आमरण अनशन पर बैठेगा. यह प्रदर्शन शांतिपूर्वक पुलिस बैरिकेडिंग के पास किया जाएगा. कोहर ने कहा किहम अपने नेता के बलिदान से पहले खुद को बलिदान करने के लिए तैयार हैं.
हरियाणा के कैथल जिले से किसानों और व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने खनौरी सीमा पर दल्लेवाल के समर्थन में उपस्थिति दर्ज कराई. बजरंग दास गर्ग के नेतृत्व में हरियाणा व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने भी किसानों की मांगों का समर्थन किया. दल्लेवाल ने सोमवार को विभिन्न धार्मिक नेताओं और संतों को पत्र लिखकर केंद्र सरकार पर किसानों की मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाने का आग्रह किया.
उन्होंने यह भी कहा कि किसानों का संघर्ष फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने तक जारी रहेगा. पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर किसान 13 फरवरी 2024 से डेरा डाले हुए हैं. यह प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब सुरक्षा बलों ने दिल्ली की ओर उनके मार्च को रोक दिया था.