Punjab Farmers Protest: पंजाब में किसान क बार फिर सरकार क खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन के बुलाने पर चंडीगढ़ की ओर कुछ कर रहे किसानों को जब चंडीगढ़ में घुसने से रोक दिया गया तो किसान चंडीगढ़ की सीमाओं पर ही डेरा डाल कर बैठ गए. दरअसल किसानों को चंडीगढ़ शहर में घुसने से रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था. जिसके बाद किसान शहर की सीमा पर ही धरने पर बैठ गये हैं.
शहर की सीमा पर लगाया टेंट और बनाया लंगर
बता दें कि किसान संगठन के आह्वाहन पर किसान पंजाब के दूरदराज के इलाकों से ट्रैक्टर और ट्रालियों में सवार होकर चंडीगढ़ में धरना देने की तैयारी में पहुंचे थे. लेकिन जब पुलिस ने उन्हें चंडीगढ़ में नहीं घुसने दिया दिया तो किसान बावा व्हाइट हाउस फेज-11 से जगतपुरा चौक तक सड़क के दोनों तरफ धरने पर बैठ गए. जानकारी के अनुसार, भरी संख्या में किसान चंडीगढ़ की सीमाओं पर पहुंच रहे हैं. अभी तक जगतपुरा में करीब 5 हजार किसान पहुंच चुके है तो वहीं पंचकूला में करीब 1 हजार किसान पहुंचे है. किसानों ने वहीं टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं, किसानों के खाने के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई है. चंडीगढ़ की सीमाओं पर बैठे किसान नेताओं का कहना है कि सोमवार को होने वाली बैठक के बाद ही आगे कोई फैसला लिया जाएगा.
धरने पर बैठे किसानों में महिलाओं की संख्या ज्यादा
इस बार चंडीगढ़ की सीमाओं पर धरने पर बैठे किसानों में एक खास बात ये है कि इस बार किसानों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है. बात दें कि किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही. किसान राज्यपाल को अपनी समस्याओं से अवगत कराने के लिए चंडीगढ़ कूच करना चाहते है. लेकिन पुलिस उन्हें रोक रही है. दरअसल किसानो का आरोप है कि दिल्ली में किसान आंदोलन के समय सरकार की तरफ से एमएसपी लागू करने का आश्वासन दिया गया था. जिसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. बता दें कि चंडीगढ़ की सीमाओं पर बैठे किसानो का कहना है कि वो धरना स्थल पर ही गुरु पर्व मनांयेंगे.