Padma Awards 2024: आज पूरा भारत अपना 75 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस बीच शुक्रवार ( 26 जनवरी) को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले वाले लोगों की घोषणा की गई. ये पहली बार है जब 132 लोगों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है. इस दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से सबसे अधिक लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है. जिसमें 40 लोग शामिल हैं.
वहीं इस पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में 11 लोग अनुसूचित जाति (एससी) और 15 लोग अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग से हैं. इस बार अधिक संख्या में ईसाई समुदाय से आने वाले लोगों को भी इस पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है. इस साल पद्म पुरस्कार पाने वालों में 9 ईसाई समुदाय से हैं. और 8 लोग मुस्लिम, बौद्ध, 3 सिख समुदाय से हैं. जैन और पारसी समुदाय से भी 2-2 लोगों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है.
बता दें, कि पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान होता है. इसे तीन वर्गों में बांटा गया है. 1. पद्म विभूषण, 2. पद्म भूषण और 3. पद्म श्री. यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार, मेडिसिन, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा में अपना अहम योगदान देने के लिए दिया जाता है.
इस साल 2024 में 132 पद्म पुरस्कार दिए जाने हैं. जिनमें से 2 अवॉर्ड जोड़ी में दिए जाने हैं. जोड़ी में दिए जाने वाले सम्मान को एक में ही गिना जाता है. इन 132 पद्म पुरस्कार में से 5 पद्म विभूषण, पद्म भूषण, और 110 पद्म श्री पुरस्कार है. ये सम्मान पाने वालों में 30 महिलाएं हैं. वहीं 8 लोग विदेशी हैं. 9 लोगों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जाना है.
मरणोपरांत पद्म पुरस्कार पाने वालों में बिहार के बिंदेश्वर पाठक को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाना है. मरणोपरांत पद्म भूषण पाने वालों में केरल की फातिमा बीबी, पश्चिम बंगाल के सत्यब्रत मुखर्जी,लद्दाख के टी रिनपोचे और तमिलनाडु के विजीकान्त का नाम शामिल है. वहीं उत्तर प्रदेश के सुरेंद्र मोहन मिश्रा, केरल के पीसी नंबूद्रीपाद, गुजरात के हरीश नायक और पश्चिम बंगाल के नेपाल चंद्र सूत्रधार को मरणोपरांत पद्म श्री से सम्मानित किया जाना है.