Qatar Dahra Global Case: कतर की जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की मौत की सजा खारिज होने के बाद केंद्र सरकार समेत अन्य राजनीतिक दलों ने खुशी जाहीर की है. वहीं सरकार ने कहा कि हम मामले को देख रहे हैं. अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. इस दौरान मामले को लेकर विदेश मंत्रालय का भी बयान सामने आया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मैं कतर के मामले को लेकर अभी अधिक टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, सजाएं कम कर दी गई हैं लेकिन जब तक हम विस्तृत फैसला नहीं देख लेते, हमारे पास साझा करने के लिए कोई अन्य जानकारी नहीं है. 8 भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों का हित हमारी सबसे बड़ी चिंता है. हम निश्चित रूप से कानूनी टीम और परिवार के सदस्यों के साथ अगले संभावित कदमों पर भी चर्चा करेंगे.
बता दें कि कतर की कोर्ट ने कल ( गुरुवार) को भारतीय नौसेना के 8 पूर्व सैनिकों की मौत की सजा को कम कर उसे खारिज कर दिया था. इन सभी सैनिकों को अगस्त में गिरफ्तार किया गया था और अक्टूबर में मौत की सजा सुनाई गई थी.
#WATCH | On Qatar court commuting death sentence of 8 Indian ex-Navy personnel, MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "The sentences have been reduced but I don't have any additional information to share until we see the detailed judgment. We would urge you again not to engage in… pic.twitter.com/PqJHDq2pgA
— ANI (@ANI) December 29, 2023
इस दौरान कतर की कोर्ट द्वारा 8 पूर्व नौसैनिकों की मौत की सजा पर रोक के बाद भाजपा ने खुशी जाहिर करते हुए इसे प्रधानममंत्री मोदी की उपलब्धि बताया है. बीजेपी ने कहा कि यह फैसला पीएम मोदी की विदेश नीति की जीत है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कतर में 8 भारतीय पूर्व नौसेना कर्मियों की मौत की सजा में राहत मिलना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति के कूटनीतिक प्रयासों की जीत है. कतर की अदालत द्वारा लिए गए इस फैसले से एक बार फिर साफ हो गया है कि पीएम मोदी की अगुआई में भारत की विदेश नीति का लोहा पूरा विश्व मानता है.
इस बीच फैसले को लेकर कांग्रेस न ए भी खुशी जाहीर की है. इस दौरान कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कतर में अपील अदालत ने 8 पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा पर आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है. हालांकि विस्तृत जानकारी का इंतजार है, हम आशा करते हैं कि मृत्युदंड की सजा के बदले दी गई जेल की सजा को भी खरीज कर दिया जाएगा और अधिकारियों को मुक्त कर दिया जाएगा.
कतर की अल दाहरा कंपनी में काम कर रहे इन 8 भारतीय पूर्व नौसैनिकों को अगस्त में कथित जासूसी मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान सभी को 26 अक्टूबर को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी.