VR Lalithambika:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान ( इसरो) के मानव आंरीक्ष उड़ान कार्यक्रम निदेशालय की पूर्व निदेशक वीआर ललितांबिका को शीर्ष फ्रांसीसी नागरिक सम्मान डी' होनूर से नवाजा गया है. उन्हे ये सम्मान फ्रांस और भारत के बीच अंतरिक्ष सहयोग में उनकी भागीदारी के लिए दिया गया है. कल यानि मंगलवार को उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस सरकार की और से भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने दिया.
An honour to confer "Chevalier de la Légion d'Honneur" on distinguished Indian space scientist Dr. V. R. Lalithambika.
— Thierry Mathou (@thierry_mathou) November 28, 2023
This award recognizes her trailblazing achievements and contribution to 🇫🇷🇮🇳 space cooperation, particularly in human spaceflight. 🚀🛰️ pic.twitter.com/DtHVh6E7ty
1802 में शुरू हुआ था ये पुरस्कार
इस लीजियन डी'होनूर (लीजन ऑफ ऑनर) सम्मान को नेपोलियन बोनापार्ट ने 1802 में शुरू किया था. यह फ्रांस के लिए उत्कृष्ट सेवा के लिए फ्रांसीसी गणराज्य की और से दिया जाने वाला सर्वोच्चय नागरिक पुरस्कार है. फ्रांस के साथ उसकी नागरिकता से बाहर वाले लोगों को भी यह सम्मान दिया जाता है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार ललितांबिका एडवांस्ड लॉन्च वहीकल टेक्नोलॉजी में एक विशेषज्ञ हैं. उन्होंने इसरो के लिए विभिन्न रॉकेटों, विशेष रूप पोलर सैटेलाइट लॉन्च लॉन्च व्हीकल पर बड़े पैमाने पर काम किया है. उन्होंने 2018 में मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के निदेशक के रूप में भारत की गगनयान परियोजना के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी (CNES) के साथ बारीकी से समन्वय किया था.
क्या बोले फ्रांस के राजदूत?
फर्नस के राजदूत माथौ ने कहा कि मुझे डॉ. वीआर ललितांबिका को शेवेलियर ऑफ द लीजियन डी'ऑनर से सम्मानित करते हुए खुशी हो रही है, जोकि एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और स्पेस टेक्नोलॉजी में आगे हैं. उनकी विशेषज्ञता, उपलब्धियों और प्रयासों ने भारत-फ्रांसीसी अंतरिक्ष साझेदारी के लंबे इतिहास में एक नया महत्वाकांक्षी अध्याय लिखा है.
वीआर ललितांबिका ने क्या कहा?
पुरस्कार से सम्मानित कीये जाने के बाद डॉ. लतितांबिका ने कहा, ''मुझे पूरी उम्मीद है कि मुझे दिया जा रहा यह सम्मान अधिक से अधिक महिलाओं को एसटीईएम करियर अपनाने और अपने चुने हुए क्षेत्रों में महारत हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा.