G20 summit: देश में हो रहे दो दिवसीय जी 20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए दुनियाभर के कई बड़े-बड़े नेता एवं वैश्विक निकायों के प्रमुखों का बीते दिन शनिवार यानि 9 सितंबर को राजधानी दिल्ली में सभी का आगमन हुआ है. इस दरमियान पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी के साथ कन्वेंशन सेंटर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई सारे नेताओं का स्वागत, अभिनंदन किया गया. इसके बावजूद वन फैमिली, वन फ्यूचर की थीम, ‘वन अर्थ के माध्यम से जी20 शिखर सम्मेलन के प्रथम सत्र की शुरूआत सुबह लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर हो चुकी थी. वहीं सम्मेलन की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागत और अभिभाषण से हुई. जिसमें सबसे पहले मोरक्को में आए भूकंप पर चर्चा की गई.
पहले दिन के फैसले
G20 शिखर सम्मेलन के प्रथम दिन ही कई सारे अहम निर्णय लिए गए हैं. जिसमें कि रूस-यूक्रेन के ग्रेन डील की एक बार फिर से शुरूआत, यूक्रेन में शांति व्यवस्था बनाए रखना, फ्रीकी यूनियन इन सारे मद्दों पर चर्चा करते हुए पहले दिन के कार्यक्रम को समाप्त कर दिया गया. वहीं सम्मेलन के दूसरे दिन प्रतिनिधिमंडल के कई नेता व प्रमुख अलग-अलग काफिले के साथ राजघाट पहुंचेंगे. जहां वे महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर दर्शन करेंगे.
सम्मेलन में कई बड़े नेता शामिल
आपको बता दें कि दो दिवसीय इस G20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने वाले नेताओं में सबसे मुख्य हैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन. अमेरिका अधिक मजबूत देश है. वहीं सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा,कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इन लोगों की मौजूदगी भी अहम है.
जिनपिंग व पुतिन नहीं पहुंचे
दरअसल दो दिवसीय इस G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत नहीं पहुंचे. जबकि सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग करते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का प्रतिनिधित्व करते दिख रहे हैं.