Gaza Israel: 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए हमले के बाद इजरायल ने साफ कर दिया था कि हमास को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. हमले के बाद से ही इजरायल ने गाजा की घेराबंदी कर दी है और बिजली, ईंधन, खाना, सामान और पानी की आपूर्ति में कटौती कर दी है. इसकी वजह से गाजा में लोग बिजली के लिए जनरेटर पर निर्भर थे, लेकिन जनरेटर चलाने के लिए ईंधन खत्म होने के बाद अब गाजा अंधेरे में है.
गाजा पावर अथॉरिटी के मुखिया गलाल इस्माइल ने इस बात का खुलासा किया कि, गाजा इस समय बिजली के बिना है. सीमा की तरफ नाकाबंदी के कारण, जनरेटर चलाने के लिए जरूरी ईंधन खत्म हो रहा है. वहीं दो दिन पहले ही पावर प्लांट तब बंद हुआ है जब इजरायली सरकार ने कहा था कि वह इजरायल पर हमास के अचानक हमले के जवाब में फिलिस्तीनी इलाके की ‘पूर्ण घेराबंदी’ करेगा. इससे बिजली, भोजन, ईंधन और पानी तक पहुंच बंद हो जाएगी. जिसका असर अब दिखना शुरू हो गया है.
गाजा में अस्पताल के जनरेटर चलाने के लिए ईंधन का स्टॉक भी जल्द ही खत्म हो जाएगा. गाजा के स्वास्थ्य मंत्री माई अल-कैला के मुताबिक गाजा पट्टी के अस्पतालों में जनरेटर चलाने के लिए ईंधन का स्टॉक गुरुवार 12 अक्टूबर को खत्म हो जाएगा. इसके बाद अस्पतालों में विनाशकारी स्थिति देखने को मिलेगी.
गाजा में लोग भूख-प्यास से बेहाल हैं. सप्लाई चेन ठप होने से आने वाले दिनों में यहां लोगों को खाने की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. हमास के हमले से भड़के इजरायल का कहना है कि, ये युद्ध तभी खत्म होगा, जब तक हमास का आखिरी आतंकी नहीं मारा जाता है.
इजरायल ने गाजा पर जमकर हमला किया है. 23 लाख की आबादी वाले गाजा पट्टी की जो तस्वीरें सामने आ रहीं हैं. वह बेहद ही भयावह हैं. रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि, इजरायली हमलों में 1,055 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. जबकि 5,184 घायल हुए हैं. वहीं इजरायल में मरने वालों की संख्या 1,200 हो गई है और 2,400 लोग घायल हो गए हैं.