क्या है खर्ची-पर्ची? हरियाणा में जिस की बात कर रहे प्रधानमंत्री मोदी

Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यय-पर्ची शब्द का बार-बार उल्लेख किया. जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता इस शब्द को हरियाणा चुनाव का नारा बना रहे हैं.

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Haryana Assembly Elections Update: दरअसल, पीएम मोदी ने बुधवार को हरियाणा के सोनीपत में एक रैली में कहा कि भ्रष्ट कांग्रेस ने हरियाणा को लूट लिया है और उन्हें दूर रखने की जरूरत है. हरियाणा चुनाव के लिए उनकी पहली रैली कुरूक्षेत्र में हुई, जहां प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार ने इस खर्ची-पर्ची व्यवस्था को खत्म कर दिया है और 1.5 लाख सरकारी पदों को पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराया है. अब सभी कार्यकर्ता इस मामले को लेकर चुनावी नारे लगा रहे हैं. 

घोषणापत्र में नौकरी कैलेंडर 

भाजपा ने हरियाणा के चुनाव घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख किया और युवाओं को 20 लाख स्थायी सरकारी नौकरियां देने का वादा किया. (बिना पर्ची, बिना खर्ची, यानी बिना पक्षपात और बिना रिश्वतखोरी. ) हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर के आसार हैं. इस कठिन लड़ाई में, सभी दल और उम्मीदवार केवल एक ही चीज़ का वादा करते हैं. यदि वे सत्ता में आते हैं, तो वे सुरक्षित नौकरियां प्रदान करेंगे. इस घोषणापत्र से एक बात समझ आता है कि इस साल हरियाणा में सरकारी नौकरी इस बड़ा मुद्दा रहने वाला है. 

हरियाणा में जारी हुआ नौकरी कैलेंडर 

इस तरफ भाजपा ने उचित प्रक्रिया के साथ 2,00,000 सरकारी नौकरियां देने का वादा किया है, वहीं कांग्रेस ने 2,00,000 खाली सरकारी पदों को भरने का वादा किया है. इंडियन नेशनल लोकदल (INLD), जो बसपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, ने एक नौकरी कैलेंडर जारी किया है जिसमें 1,00,000 सरकारी नौकरियों और पहले वर्ष में 21,000 रुपये प्रति माह का बेरोजगारी लाभ देने का वादा किया गया है. बीजेपी ने कांग्रेस पर अपनी सरकार में अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग रिश्वत देने का आरोप लगाया है.

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