Heart Attack: सर्दियों में दुगना हुए हार्ट अटैक के मामले, युवाओं को अधिक खतरा, विशेषज्ञ ने दी चेतावनी

Heart Attack: ठंड का मौसम इन्फ्लूएंजा, जोड़ों के दर्द, गले में खराश, अस्थमा, कोविड-19 और हृदय रोग जैसी चिकित्सीय समस्याओं को जन्म देता है. मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी अध्यक्ष और प्रमुख डॉ. बलबीर सिंह ने इस मामले पर अधिक जानकारी दी है.

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Heart Attacks Double In Winter: ठंड का मौसम इन्फ्लूएंजा, जोड़ों के दर्द, गले में खराश, अस्थमा, कोविड-19 और हृदय रोग जैसी चिकित्सीय समस्याओं को जन्म देता है. हर्ट अटैक से जुड़ी मामले पर मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी अध्यक्ष और प्रमुख डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि, सर्दी और खराब जीवनशैली के कारण दिल के दौरे के मामलों की संख्या पिछले महीने की तुलना में दोगुनी हो गई है. उन्होंने आगे कहा, "हमारे देश में दिल की समस्याएं बढ़ रही हैं. सर्दियां दिल पर बड़ा दबाव डालती हैं.

इस गंभीर मामले पर बात करते हुए डाॅ. बलबीर ने बताया कि दिल उन प्रमुख अंगों में से एक है जो सर्दियों के दौरान पीड़ित होते हैं और हम जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है और हम पहले से ही अपने अस्पताल में हर दिन मरीजों की बढ़ोतरी देख रहे हैं. औसतन, हमें एक दिन में दिल के दौरे के लगभग दो मामले मिलते हैं. जनवरी में, यह थोड़ा और अधिक होने वाला है."

दुगने हुए हार्ट अटैक के मामले

डॉक्टर बलबीर ने कहा, "हम जानते हैं कि मई-जून में हमने कितने दिल के दौरे का इलाज किया था. अब यह संख्या लगभग दोगुनी है. इसलिए आप देख सकते हैं कि सर्दियों में इस गंभीर बिमारी के मामले ज्यादा हैं. सबसे अधिक पीड़ित आयु वर्ग के बारे में उन्होंने कहा कि युवा भी हृदय संबंधी समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं, अब कोई भी आयु वर्ग ऐसा नहीं है जो इस बीमारी से प्रभावित न हुआ हो. हाल ही में, दो महीने पहले, मैंने एक 26 वर्षीय महिला का इलाज किया था, और उसे दिल का दौरा पड़ा था. अपने करियर में, मैंने कभी भी ऐसी चीजों की कल्पना नहीं की थी क्योंकि महिलाएं वे आम तौर पर प्रजनन आयु के दौरान दिल के दौरे से सुरक्षित रहती हैं. वह धूम्रपान नहीं करती थी.  

हार्ट अटैक से संबंधित विषय पर चर्चा के दौरान डॉक्टर बलबीर सिंह ने कहा, "इसलिए हमें यह भूल जाना चाहिए कि मैं युवा हूं और यह बीमारी मुझ पर किसी भी तरह का असर नहीं करेगी. यह सही नहीं है. युवा वर्ग के लोगों को भी यह हो सकता है और उनको भी सावधानी बरतने की जरूरत है. हम नहीं चाहते कि हमारे युवा इस तरह के बीमारियों के चपेट में आएं, क्योंकि उन्हें देश और खुद के लिए बहुत काम करना है. उनके पास बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं.

रात के समय हृदय गति अधिक होती है, तो मृत्यु दर बढ़ जाती है

"एक अध्ययन का हवाला देते हुए डॉक्टर बलबीर सिंह का कि यदि रात के समय हृदय गति अधिक होती है, तो मृत्यु दर बढ़ जाती है. तो यह मुझे बताता है कि सर्दियों में हृदय गति में वृद्धि होने पर, हृदय गति बढ़ जाती है क्योंकि यह है शरीर में रक्त को संरक्षित करने के लिए, हृदय को अधिक काम करना पड़ता है और एक बार ऐसा होने पर वाहिकाओं में अधिक सूजन हो जाती है और दिल का दौरा पड़ता है. दूसरा कारक जो हमें कम पानी पीने के लिए प्रेरित करता है, वह है निर्जलीकरण, जिससे रक्त की चिपचिपाहट बढ़ जाती है. इसलिए थक्के का निर्माण अधिक होता है."

उन्होंने कहा कि सर्दियों में वायु प्रदूषण बढ़ना भी हार्ट अटैक का एक महत्वपूर्ण कारण है. दिल के दौरे का कारण बनने वाले अन्य कारकों पर उन्होंने कहा, "अगर धूम्रपान छोड़ने के बजाय ज्यादा धूम्रपान करना प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है. शारीरिक व्यायाम की कमी, अधिक खाना, शराब का सेवन ये सब इस बीमारी के महत्वपूर्ण कारणों में से हैं.   

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