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हैदराबाद के इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों के हॉस्टल में हिडन कैमरा! छात्राओं का विरोध प्रदर्शन तेज

हैदराबाद के मेडचल स्थित सीएमआर इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों के हॉस्टल के बाथरूम में हिडन कैमरा लगाने का मामला सामने आया है. छात्राओं ने इस घटना का विरोध करते हुए कॉलेज के बाहर जमा होकर अपना गुस्सा जाहिर किया.

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Courtesy: Social Media

Hyderabad: हैदराबाद के मेडचल स्थित सीएमआर इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों के हॉस्टल के बाथरूम में गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग करने के आरोपों के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. छात्राओं ने इस घटना का विरोध करते हुए कॉलेज के बाहर जमा होकर अपना गुस्सा जाहिर किया और न्याय की मांग की. छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल के बाथरूम में गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्ड किया जा रहा था और इसके पीछे हॉस्टल की रसोई में काम करने वाले लोग हो सकते हैं.

यह घटना उस समय सामने आई जब कुछ छात्राओं को संदेह हुआ कि बाथरूम में उनकी अनुमति के बिना वीडियो रिकॉर्ड किया जा रहा है. इस जानकारी के बाद छात्राएं अत्यंत परेशान हो गईं और उन्होंने अपनी पीड़ा को कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन के रूप में व्यक्त किया. उनका आरोप था कि इस अपराध में हॉस्टल के कर्मचारी शामिल हो सकते हैं, विशेष रूप से वे जो रसोई में काम करते हैं.

संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज

मामला सामने आते ही मेडचल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद पुलिस ने कुछ संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और कुछ को गिरफ्तार भी किया है. इन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है.

हालांकि, इस घटना ने लड़कियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस प्रकार की घटना ने छात्रों और अभिभावकों में असुरक्षा का भाव पैदा कर दिया है. कॉलेज प्रबंधन ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. जिससे मामले पर स्पष्टता नहीं आ सकी है.

सुरक्षा पर गंभीर सवाल

यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई हो. कुछ महीने पहले, आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के एस आर गुडलावलेरु इंजीनियरिंग कॉलेज में भी छात्रों ने ऐसी ही गुप्त वीडियो रिकॉर्डिंग के आरोप लगाए थे. जिसके बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. इसके बाद, राज्य के खान मंत्री रविंद्र ने मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ कॉलेज का दौरा किया था. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों ने कॉलेज प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी.

इस घटना ने लड़कियों के हॉस्टल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं. कॉलेज प्रशासन को इस मुद्दे पर पारदर्शिता दिखानी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. इसके अलावा, कॉलेजों और संस्थानों में छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, और इसके लिए मजबूत नीतियों और निगरानी व्यवस्था की आवश्यकता है.

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