Himachal Rains: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हर जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. बाढ़ और भूस्खलन से सोमवार को 52 लोगों का मौत हो गई वहीं 56 लोग लापता हो गए. हिमाचल के सोलन, शिमला, और सिरमौर जिला में तबाही मचाई है. यहां 24 लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हो गए.
सोमवार के दिन शिमला के शिव मंदिर पर अचानक मलबा गिरने से कई लोगों की जान चली गई और कई लोग लापता हो गए. वहीं शहर के फागली में दिहाड़ी कर रहे नेपाली मजदूरों पर मलबा गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि मलबे ने इनके घरों को भी तहस-नहस कर दिया. पुलिस अधीक्षक शिमला सुनील नेगी ने कहा कि हादसे में घायल हुए लोगों को आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बादल फटने से बाढ़ की स्थिति-
शोघी-आनंदपुर सड़क पर बादल फटने से खेतों को काफी नुकसान पहुंचा है. शिमला के ढली रे इंदिरानगर और ढली बाईपास में 12 से ज्यादा गाड़ियां मलबे की चपेट में आ गए है. इसके अलावा विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन के नीचे भी दरारें आ गई है. वहीं सोमवार सुबह छह बजे उपनगर टूटू में हीर मृ नगर के पास भूस्खलन के कारण मटौर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह तीन घंटे तक बंद रहा वहीं सोलन जिला के रामशहर के गांव
बानली कनेटा में बारिश से एक मकान गिर गया. मलबे में दबने से 65 वर्ष की फूला देवी का मौत हो गई है. एसडीएम नालागढ़ दिव्यांशी सिंघल ने कहा कि, प्रभावितों को फौरी राहत के तौर पर 25 हजार रुपये दिए गए हैं.
हवा में लटकी रेल की पटरी-
समरहिल के पास एंथली स्थित शिव बाड़ी मंदिर में भूस्खलन होने के कारण कालका-शिमला रेलमार्ग हवा में लटका रहा है. यहां करीबन 20-30 मीटर रेल लाइन हवा में लटकी हुई है.