Pure Milk Test : आपके घर आ रहा दूध असली है या मिलावटी, इस तरह करें पहचान

आपके घर आ रहा दूध असली है या फिर इसमें यूरिया और डिटरजेंट मिलाया गया है. अब आप आसानी से इस बात की जांच अपने घर पर ही कर सकते हैं. बिलकुल आसान हैं ये टेस्ट

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आजकल कर्नाटक राज्य में दूध को लेकर जंग चल रही है, लोकल ब्रांड और अमूल को लेकर यहां खींचतान जारी है। इस जंग से अलग बात करें तो दूध हम सबके मुख्य आहार में शामिल माना जाता है। दूध तो रोज ही पिया जाता है और बच्चे से लेकर बड़े और बुजुर्ग सबके लिए दूध जरूरी होता है। ऐसें में ये चिंता सताती है कि जिस दूध को हम शुद्ध और पौष्टिक मानकर पी रहे हैं वो वाकई असली है या फिर उसके अंदर मिलावट की गई है। अगर आप और हम मिलावटी दूध पिएंगो तो फायदे की बजाय ये नकली और सिंथेटिक दूध हमे नुकसान ज्यादा पहुंचा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आपके घर में जो भी दूध आ रहा है वो असली है या नकली, इसकी पहचान आप खुद अपने घर पर ही करें। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। तो चलिए जानते हैं कि असली और नकली यानी मिलावटी दूध की पहचान कैसे की जा सकती है। इन तरीकों की बदौलत आप खुद को और अपने परिवार को मिलावटी दूध की गिरफ्त में आने से बचा सकते हैं औऱ अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते हैं।

पहली जांच
पहली जांच कहलाती है सुगंध का टेस्ट। यानी दूध को सूंघ कर पता लगाना है कि दूध असली है या फिर मिलावटी। इसके लिए आपको स्मैल टेस्ट करना होगा। घर में आए दूध को उबालने से पहले सूंघिए, अगर इसकी स्मैल में आपको हल्की मीठी सी भीनी सी खुशबू आती है और ताजगी की महक आती है तो ये दूध असली हो सकता है। अगर दूध में किसी तरह की गंध नहीं आ रही है या फिर साबुन सी महक आ रही है तो यह दूध मिलावटी है।

दूसरी जांच –
दूसरी जांच रंग के आधार पर हो सकती है। जैसा कि आप जानते हैं कि दूधिया रंग बिलकुल झक सफेद होता है। अपने घर आए दूध का रंग देखकर पता लगाइए कि दूध असली है या नकली। अगर आपके दूध का रंग बिलकुल सफेद और धवल है तो समझना चाहिए कि दूध असली है और अगर इसमें थोड़ी सी भी डार्कनेस या कोई और रंग की झलक मार रही है तो ये दूध नकली हो सकता है। इसकी एक और तरह से जांच की जाती है। अपने घर आए दूध को उबाल लीजिए, अगर उबालने के बाद दूध पर सफेद परत ही रहती है तो दूध असली है और अगर दूध पर हल्के पीले रंग की मलाई जमती है तो इसका मतलब है कि दूध में यूरिया मिलाया गया है क्योंकि यूरिया की वजह से ही दूध में पीलापन आता है।

तीसरी जांच –
तीसरी जांच स्लिप जांज कही जा सकती है। यानी दूध बिलकुल असली और शुद्ध है या नहीं, इसे देखने के लिए इसको गिराकर देखा जाता है। आपको क्या करना है अपने घर में आए दूध की कुछ बूंदों को लेकर किसी सरफेस यानी साफ की गई जगह पर गिराएं. अगर दूध रुकता है और सफेद निशान छोड़ते हुए धीरे धीरे बहता है तो समझ लेना चाहिए कि दूध असली है और शुद्ध है। इसके उलट अगर दूध एकदम से बहता है और उसके बहने पर पीछे कोई निशान तक नहीं छूटता तो समझ लीजिए कि आपके दूध में पानी और अन्य चीजों की मिलावट की गई है।

चौथी जांच
लिमटस पेपर की मदद से आप दूध की असलियत जान सकते हैं। आमतौर पर दूध में सबसे ज्यादा मिलावट पानी और यूरिया की होती है। यूरिया की मिलावट को पहचानने के लिए लिमटस टेस्ट किया जाता है। इसके लिए आपको क्या करना है, सबसे पहले आधा चम्मच दूध लीजिए और उसमें सोयाबीन पाउडर मिक्स करके हिला लीजिए। इसके बाद लिमटस पेपर के एक टुकड़े को कुछ देर के लिए इसमें भिगो दीजिए। अगर लिमटस पेपर का रंग लाल से बदल कर नीला हो जाता है तो समझ लीजिए कि इसमें यूरिया की मिलावट की गई है और अगर लिमटस पेपर का रंग लाल ही रहता है तो समझ लेना चाहिए कि जो दूध आपके घर आता है वो असली है।

पांचवीं जांच

अपने घर आए दूध में थोड़ा सा आयोडीन टिंचर मिला दीजिए। अगर टिंचर का रंग बदल जाता है तो समझना चाहिए कि आपके घर में आ रहा दूध नकली है।
इसके साथ ही आप दूध की कुछ बूंदों को उंगलियों पर रगड़ कर देख सकते हैं, अगर इसमें चिकनाहट है तो दूध असली है और अगर चिकनाहट नहीं है तो दूध नकली हो सकता है।