Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के चलते प्रयागराज की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है, जिससे हवाई किराए में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन के कारण, देशभर के यात्रियों ने प्रयागराज और आसपास के हवाई अड्डों के लिए बुकिंग में तेजी ला दी है.
दिल्ली से प्रयागराज की उड़ानों का किराया 21 प्रतिशत बढ़कर 5,748 रुपये हो गया है. वहीं, भोपाल से प्रयागराज की उड़ानों में किराया सबसे अधिक बढ़ा है. जो पिछले वर्ष के 2,977 रुपये से बढ़कर 17,796 रुपये तक पहुंच गया है. यानी इसमें 498 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
मुंबई से प्रयागराज की उड़ानों के किराए में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जो अब 6,381 रुपये तक हो गया है. बेंगलुरु-प्रयागराज मार्ग पर किराया 89 प्रतिशत बढ़कर 11,158 रुपये हो गया है. जबकि अहमदाबाद से यह 41 प्रतिशत बढ़कर 10,364 रुपये तक पहुंच गया है. महाकुंभ के दौरान प्रमुख स्नान तिथियों पर हवाई किराए में और भी अधिक वृद्धि हो रही है. उदाहरण के लिए 27 जनवरी को मुंबई से प्रयागराज की नॉन-स्टॉप उड़ानों के लिए किराया 27,000 रुपये तक पहुंच गया है.
इस बार प्रयागराज 20 से अधिक शहरों से सीधी और वन-स्टॉप उड़ानों के माध्यम से जुड़ा हुआ है. जो पिछले महाकुंभ की तुलना में एक बड़ी उपलब्धि है. इक्सिगो ग्रुप के सीईओ आलोक बाजपेयी ने कहा, प्रमुख महानगरों से प्रयागराज और आसपास के हवाई अड्डों के लिए औसत एकतरफा हवाई किराया 7,000-10,000 रुपये के बीच है. हालांकि, सीमित उड़ानों और पीक डिमांड के चलते कुछ मार्गों पर किराया 17,000 रुपये तक पहुंच रहा है. हवाई किराए में वृद्धि के साथ-साथ प्रयागराज के लिए ट्रेन बुकिंग में भी भारी उछाल आया है.
13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 के बीच, प्रयागराज के लिए उड़ानों की बुकिंग में 162 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. महाकुंभ 2025 को और अधिक शुभ बनाने वाले खगोलीय परिवर्तन और संयोजन भी तीर्थयात्रियों को आकर्षित कर रहे हैं. कुछ संतों के अनुसार, यह संयोग 144 वर्षों बाद हो रहा है, जिससे इस आयोजन का महत्व और बढ़ गया है.