I.N.D.I.A: आम आदमी पार्टी (आप) एवं कांग्रेस आईएनडीआईए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) में भले ही शामिल हो चुका है. परन्तु पंजाब में दोनों दलों के मध्य लगातार मनमुटाव पैदा हो रहा है. पंजाब कांग्रेस इकाई लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से किसी प्रकार का समझौता नहीं चाहती है. जबकि कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी लगातार पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
सीएम भगवंत सिंह मान ने पहले ही साफ कर दिया था कि, वह चुनाव लड़ना भी जानते हैं और जीतना भी जानते हैं. वहीं सीएम ने पनबस की 842 बसों की बाडी लगाने की जिम्मेदारी राजस्थान की कंपनी को देने की बात पर राजा वड़िंग पर दबाव दिया था. क्योंकि वड़िंग उस समय ट्रांसपोर्ट मंत्री थे. जब ये मुद्दा उठा तो पंजाब कांग्रेस के विधायक आप के साथ गठबंधन करने पर विरोध जता रहे हैं. इस बात से समझा जा सकता है कि, आने वाले वक्त में राजा वड़िंग की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
आपको बता दें कि कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान भरत भूषण आशु का नाम भ्रष्टाचार के मामलों में पहले ही दर्ज है. जबकि विजिलेंस के अतिरिक्त ईडी इनकी जांच में लगी है. इस हालत में अगर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर बसों की बाडी लगाने को लेकर भ्रष्टाचार का मामला लग जाता है तो, राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की छवि बहुत ही खराब हो सकती है. इतना ही नहीं राजा वड़िंग ने सीएम को चुनौती दी है कि, डेढ़ साल से सारी फाइलें उन्हीं के पास है, वो जब चाहे इसकी जांच कर सकते हैं.