Bharat Ratna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस साल 2024 में 5 बड़े शख्सियतों को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की है. इसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह, कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन, बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का नाम शामिल हैं. पीएम मोदी ने या घोषणा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की.
पीएम मोदी ने आज (शुक्रवार) को 'एक्स' पर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न' (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. बता दें, कि कुछ दिनों पहले ही मोदी सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने को एलकर एलान किया था. आइए जानते हैं, किन दिग्गजों को इस साल भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.
पीवी नरसिम्हा राव 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे है. उनका जन्म 1921 में आंध्र प्रदेश के करीमनगर में हुआ था. उन्होंने ने अपनी पढ़ाई हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय, बॉम्बे विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय से की. उन्होंने एक कृषक, वकील और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया. साथ ही 14 जनवरी 1980 से 18 जुलाई 1984 तक वह देश के विदेश मंत्री भी रहे. वह देश के 9 वें प्रधानमंत्री थे. वहीं जुलाई 1984 से दिसंबर 1984 तक वह भारत के गृह मंत्री और दिसंबर 1984 से सितंबर 1985 तक रक्षा मंत्री भी रहे.
चौधरी चरण सिंह का जन्म 1902 में उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ. वह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधान मंत्री रहे. वह पहली बार 1937 में छपरौली से उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए. उन्होंने 1946, 1952, 1962 और 1967 में निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. वह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे, पहले 1967 में और फिर 1970 में.
एम एस स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त, 1925 को तमिलनाडु में हुआ था. उनका पूरा नाम मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन था. 1972 और 1979 के बीच, डॉ. स्वामीनाथन ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक और भारत सरकार में कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सचिव के रूप में काम किया. कृषि जगत में उनके अहम योगदान के चलते उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें 1971 में सामुदायिक नेतृत्व के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार और 1987 में विश्व खाद्य पुरस्कार शामिल हैं. उन्हें 1967 में पद्म श्री, 1972 में पद्म भूषण और 1989 में पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था.
बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी 1986-90, 1993-98 और 2004-05 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे. लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर में, श्री आडवाणी 1999 से 2004 तक पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में पहले गृह मंत्री और बाद में उप प्रधानमंत्री भी रहे.
1924 में बिहार के समस्तीपुर जिले में जन्मे कर्पूरी ठाकुर दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे, पहले दिसंबर 1970 से जून 1971 तक और फिर दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक. वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सहित राज्य के कई वर्तमान पीढ़ी के नेताओं के गुरु रहे थे.
भारत रत्न की स्थापना 1954 में की गई थी और जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र है. यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन की मान्यता के लिए दिया जाता है. इस पुरस्कार के लिए सिफारिशें खुद प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती हैं. भारत रत्न से सम्मानित होने पर, प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक मिलता है.